सभी जिलों में खुलेंगे वृद्धाश्रम : मुख्यमंत्री धामी
दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन राशि दोगुनी, 96 हजार से अधिक लाभार्थियों को पेंशन
देहरादून, 4 सितम्बर।, (उत्तराखंड बोल रहा है)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्य सेवक संवाद कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों से सीधा संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने समाज कल्याण विभाग की कई योजनाओं का लाभार्थियों तक ऑनलाइन भुगतान किया और दिव्यांगजन एवं बुजुर्गों के हित में कई बड़ी घोषणाएं कीं।
सीएम धामी ने ऐलान किया कि प्रदेश के सभी जनपदों में वृद्धाश्रम खोले जाएंगे। फिलहाल बागेश्वर, चमोली और उत्तरकाशी में राजकीय वृद्धाश्रम संचालित हो रहे हैं, जबकि देहरादून, अल्मोड़ा और चम्पावत में नए भवन निर्माणाधीन हैं। अन्य जिलों में फिलहाल गैर-सरकारी संस्थाओं के माध्यम से वृद्धाश्रम चलाए जा रहे हैं।
दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन राशि अब 50 हजार
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांग युवक-युवती से विवाह करने पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को 25 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया जाएगा। साथ ही कक्षा 1 से 8 तक के दिव्यांग विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति पाने के लिए अब आय सीमा की बाध्यता नहीं होगी।
96 हजार से अधिक को पेंशन
राज्य में वर्तमान में 96 हजार से अधिक दिव्यांगजन पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। इनमें से 18 वर्ष से अधिक आयु वाले 86 हजार लाभार्थियों को 1500 रुपये प्रतिमाह और 18 वर्ष से कम आयु के 8 हजार बच्चों को 700 रुपये प्रतिमाह भरण-पोषण हेतु दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त तीलू रौतेली पेंशन योजना और बौना पेंशन योजना से भी लाभार्थियों को आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते समय में वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण अधिनियम को राज्य में लागू किया गया है।
कार्यक्रम में बड़ी भागीदारी
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजानदास, सविता कपूर, देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और लाभार्थी मौजूद रहे।