खुफिया तंत्र को मजबूत करो — मोर्चा

खुफिया तंत्र को मजबूत करो — मोर्चा

फंडिंग, दलाली और माफिया गिरोह पर कड़ी कार्रवाई की मांग मोर्चा अध्यक्ष

विकासनगर: (उत्तराखंड बोल रहा है )रघुनाथ सिंह नेगी  ने कहा — अभिसूचना विभाग को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस करना ज़रूरी

विकासनगर — जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारवार्ता में प्रदेश में बढ़ते अपराध, फंडिंग और नेक्सस के खिलाफ खुफिया तंत्र (एलआईयू/अभिसूचना एवं सुरक्षा) को मजबूत करने की तीव्र माँग जताई। नेगी ने कहा कि वर्तमान में खुफिया तंत्र पर्याप्त तकनीकी और संसाधनहीन है, जिसके कारण समय पर सही इनपुट शासन तक नहीं पहुँच पाते और माफिया तथा अवैध कारोबारियों को बढ़ावा मिलता है। पत्रकार वार्ता में दिलबाग सिंह व ठाकुर भाग सिंह भी मौजूद रहे।

प्रमुख बिंदु — नेगी की टिप्पणियाँ

खुफिया तंत्र संसाधनहीन: नेगी ने कहा कि कई किमी. तक का दायरा एक अधिकारी के जिम्मे है, जबकि उन्हें आधुनिक उपकरण, तकनीकी मजबूती और पर्याप्त कर्मी मिलना चाहिए।

इनपुट के साथ उदासीनता: अधिकारी/विभाग द्वारा महत्त्वपूर्ण इनपुट शासन को भेजे जाते हैं, पर अक्सर उन सूचनाओं पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता; परिणामस्वरूप गंभीर घटनाएँ हो रही हैं।

फंडिंग व नेक्सस का खात्मा ज़रूरी: नेगी ने चेतावनी दी कि फंडिंग और दलाली करने वाले माफिया आंदोलनों तक को भी अपने स्वार्थ के लिए वित्तपोषित करते हैं — अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो अराजकता फैल सकती है।

सराहना भी: नेगी ने यह भी माना कि इतने कम संसाधनों में एलआईयू/खुफिया तंत्र जो इनपुट जुटाते हैं वह सराहनीय है — पर इन्हें और मजबूत बनाया जाए।

मोर्चा की मांगें (संक्षेप)

अभिसूचना/खुफिया तंत्र के विभागीय ढांचे का विस्तार और पुनर्गठन।

अत्याधुनिक तकनीक व संसाधन (डिजिटल निगरानी, डेटाबेस, फील्ड इक्विपमेंट) उपलब्ध कराना।

संबंधित अधिकारियों के कर्मचारियों व जिम्मेदारियों का रीआइलोकेशन — ताकि एक अधिकारी पर अत्यधिक क्षेत्र न रहे।

गाँव-शहर स्तर पर मिलने वाले इनपुट्स पर शासन द्वारा तत्काल और गंभीर संज्ञान लिया जाए।

फंडिंग व दलाली के मामलों की तेज़ और पारदर्शी जांच, और दोषियों पर सख़्त कार्रवाई।

नेगी का आगाह संदेश

“यदि समय रहते फंडिंग करने वालों और माफिया पर चाबुक नहीं चलाया गया तो प्रदेश में अराजकता होने में देर नहीं लगेगी,” — रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा। उन्होंने सरकार से अपील की कि खुफिया तंत्र को प्राथमिकता दे कर इसे संसाधनों से लैस किया जाए, ताकि प्रदेश के विकास और शांति को बचाया जा सके।

क्या है मायने — पूरे प्रदेश के लिए अलार्म

नेगी की चेतावनी स्थानीय स्तर की समस्या नहीं बल्कि प्रदेश के दूरगामी शोषण और व्यवस्था में सेंध लगाने वाले कारनामों की ओर संकेत करती है। खुफिया तंत्र यदि सशक्त नहीं होगा तो समय पर रोकथाम और कार्रवाई सम्भव नहीं रह जाएगी — इससे कानून-व्यवस्था प्रभावित होगी और आर्थिक-सामाजिक संरचनाएँ भी कमजोर पड़ेंगी।

पत्रकार वार्ता में उपस्थित: दिलबाग सिंह, ठाकुर भाग सिंह।
प्रस्तावित अगला कदम (मोर्चा): सरकार को औपचारिक पत्र एवं प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से मजबूती संबंधी विस्तृत प्रस्ताव सौंपा जाएगा।