उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में अवैध वसूली का मामला गर्माया
हड्डी रोग विशेषज्ञ से स्पष्टीकरण तलब, मोर्चा के घेराव का पड़ा असर
विकासनगर। (उत्तराखंड बोल रहा है) उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में अवैध वसूली के आरोपों ने प्रशासन को हिला दिया है। जन संघर्ष मोर्चा द्वारा हाल ही में किए गए ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया है और विवाद में घिरे हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ गुप्ता से औपचारिक स्पष्टीकरण तलब कर लिया गया है।

कुछ दिन पूर्व मोर्चा महासचिव आकाश पंवार के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता अस्पताल परिसर पहुंचे और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया। मोर्चा ने गंभीर आरोप लगाया कि डॉ. गुप्ता ने एक स्थानीय व्यक्ति से मेडिकल प्रमाण पत्र के लिए ₹1000 की वसूली की, जिसकी न तो सरकारी रसीद दी गई और न ही इस शुल्क का कोई वैध आधार था।
मोर्चा के आरोप—पहला मामला नहीं, शिकायतें पहले से लंबित
मोर्चा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि डॉ. गुप्ता के खिलाफ इससे पहले भी मनमानी फीस वसूली और मरीजों से असंवेदनशील व्यवहार की शिकायतें आती रही हैं, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते ऐसे मामलों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन पर मरीजों के शोषण को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की।

प्रशासन हरकत में—डॉक्टर को भेजा गया स्पष्टीकरण नोटिस
घेराव और बढ़ते दबाव का परिणाम यह रहा कि अस्पताल प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डॉ. सौरभ गुप्ता को स्पष्टीकरण नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस में उनसे आरोपों पर स्पष्ट जवाब मांगा गया है।
मोर्चा की चेतावनी
मोर्चा ने चेतावनी दी है कि यदि मामले में संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती, तो वे व्यापक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
मोर्चा के अनुसार, अस्पताल में बढ़ती अव्यवस्थाओं और अवैध वसूली से आमजन बेहद परेशान हैं, और अब समय आ गया है कि प्रशासन ऐसे मामलों पर कठोर कदम उठाए।
जन संघर्ष मोर्चा का कहना है—“मरीजों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होनी ही चाहिए।”
