जौलीग्रांट में रिक्रूट आरक्षी बने SDRF वाहिनी के अंग

SDRF वाहिनी, जौलीग्रांट में उत्तराखण्ड पुलिस के रिक्रूट आरक्षियों की पासिंग आउट परेड हुई। परेड की सलामी अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा ने ली।

अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सभी नौकरियों में पुलिस की नौकरी सबसे अलग होती है। उन्होंने बताया कि पुलिस की वर्दी को पहनना गौरव की बात है, उन्होंने विशेष रूप से कहा कि आरक्षी पुलिस विभाग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसकी कार्यप्रणाली से पुलिस की सकारात्मक छवि देश-प्रदेश एवं समाज में प्रदर्शित होती है।

उन्होंने आरक्षियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेलकूद में प्रतिभाग कर वें अपने स्वास्थ्य को भी ठीक रख सकते है।
मार्च पास्ट के उपरांत मणिकांत मिश्रा, सेनानायक, SDRF द्वारा प्रशिक्षण की प्रशासनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया गया कि प्रथम बार SDRF वाहिनी जौलीग्रांट में नवनियुक्त आरक्षी, नागरिक पुलिस के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है।

मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न विषयों में किये गए सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए चयनित प्रशिक्षुओं को विभिन्न पुरस्कारों से अलंकृत किया गया।

ये हुए पुरस्कृत

ड्रिल प्रशिक्षण के लिए आरक्षी मयंक तिवारी, पुलिस प्रशिक्षण में आरक्षी प्रियांशु रहे अव्वल, वही फील्ड क्राफ्ट के लिए आरक्षी गौरव रावत, शस्त्र प्रशिक्षण के लिए आरक्षी सुमित सिंह, फायरिंग में आरक्षी अमन को पुरस्कृत किया गया। शारारिक प्रशिक्षण की परीक्षा में आरक्षी ललित मोहन, आउटडोर में आरक्षी मयंक तिवारी अव्वल रहे, इंडोर टॉपर के लिए आरक्षी मानवेंद्र शाह को चुना गया। परेड के नेत्रत्व के लिये परेड कमांडर आरक्षी विकास सिंह एवं अनुशासन के लिए आरक्षी संदीप पटवाल को सम्मानित किया गया। बेस्ट टीचर के लिए एसआई प्रेमा कांडपाल, बेस्ट ड्रिल टीचर के लिए आरक्षी अरविंद सिंह, बेस्ट पीटी टीचर के लिए आरक्षी राहुल शर्मा, मेजर मैनेजमेंट के लिए मुख्य आरक्षी विजय कोठियाल एवं सम्पूर्ण प्रशिक्षण के लिए निरीक्षक प्रशिक्षण प्रमोद रावत को पुरस्कृत किया गया ।