UPCL में नियमों को ताक पर रख दी गई प्रबंध निदेशक को नियुक्ति!

जनसंघर्ष मोर्चा ने उठाए सवाल

देहरादून। जन संघर्ष मोर्चा ने UPCL में प्रबंध निदेशक के पद पर अनिल कुमार को नियुक्ति देने पर सवाल उठाए हैं। मोर्चा के अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया में मापदंडों को तार-तार कर 29 अक्टूबर 2021 को प्रबंध निदेशक पद पर अनिल कुमार को नियुक्ति प्रदान की।

उन्होंने कहा कि निगम ने सेटिंग गेटिंग के आधार पर बिना गोपनीय प्रविष्टियों की रिपोर्ट, 10 वर्ष की अनुशासनिक कार्रवाई का विवरण एवं सतर्कता प्रमाण पत्र की औपचारिकता पूर्ण किए बिना ही नियुक्ति पत्र जारी कर दिया, जबकि मापदंड पूर्ण करने हेतु सचिव, ऊर्जा द्वारा नियुक्ति के एक माह पश्चात 29/11/2021 को अनुस्मारक भेज कर उक्त प्रपत्र उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।

नेगी ने कहा कि प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ट्रांसफार्मर घोटाले में जिस अधिकारी के खिलाफ जांच प्रचलित लंबित है, ऐसे भ्रष्ट अधिकारी से बहुत बड़ी डील कर नियुक्ति दे दी गई तथा उक्त डील के तहत ही उक्त भ्रष्ट अधिकारी को कल ही एमडी, पिटकुल का अतिरिक्त कार्यभार देकर सरकार ने अपना डील वाला वादा निभा दिया |

नेगी ने तंज कसते हुए कहा कि अगर नियुक्तियां इसी तरह से सेटिंग गेटिंग के आधार पर होनी है तो क्यों नहीं टेंडर प्रक्रिया यानी मोटी रकम देने वाले सिस्टम के आधार पर ही नौकरियां बांट देनी चाहिए !