देवेंद्र बिष्ट: जीवन भर दबंगई से की राजनीति, अपने लोगों के लिए किया संघर्ष

नगर पालिका हरबर्टपुर के निवर्तमान अध्यक्ष स्वर्गीय देवेंद्र सिंह बिष्ट भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन अपनी दबंग राजनीति और लोगों के हितों के लिए किए गए संघर्षो को लेकर वे सदैव याद किए जाएंगे। यही कारण रहा कि उनके अंतिम संस्कार में हर वर्ग और राजनीतिक दल के लोगों का हुजूम उमड़ा। हरबर्टपुर निवासी और राज्य आंदोलनकारी राकेश अमोली बताते हैं कि स्वर्गीय देवेंद्र बिष्ट ने सदैव दबंगई से राजनीति की। उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। वे तीन बार कांग्रेस के टिकट पर हरबर्टपुर के अध्यक्ष रहे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने भाजपा कांग्रेस या अन्य राजनीतिक दल के लोगों के साथ कभी भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया। हर किसी के काम किए। यही बात उन्हें अन्य जन प्रतिनिधियों से अलग बनाती थी। उनकी इस खूबी से सभी जनप्रतिनिधियों को सीख लेनी चाहिए। कांग्रेस नेता जितेंद्र रावत बताते हैं कि स्वर्गीय देवेंद्र बिष्ट हमेशा अपने लोगों के लिए जूझते और संघर्ष करते थे। उनके भीतर लाग लपेट नहीं था। उनके जाने से कांग्रेस ने हरबर्टपुर में एक मजबूत स्तंभ खो दिया। स्वर्गीय बिष्ट के मित्र बेली राम बताते हैं कि स्वर्गीय बिष्ट शुरुआत से ही दबंग थे। खेती किसानी उनका मूल व्यवसाय था, लेकिन राजनीति तौर पर कई बार उन्होंने अपनी काबिलियत का लोहा बनवाया।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने जताया दुख

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, मथुरा दत्त जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन, विकास शर्मा प्रदेश सचिव उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी, महेंद्र नेगी गुरुजी प्रदेश महासचिव आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की है।