मुख्यमंत्री ने 16 एसडीजी एचीवर्स को किया सम्मानित, नैनीताल, देहरादून और उत्तरकाशी को मिली विशेष पहचान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित एसडीजी एचीवर अवार्ड समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 3 व्यक्तियों, 9 संस्थानों और 4 औद्योगिक प्रतिष्ठानों को एसडीजी एचीवर अवार्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष एसडीजी अवॉर्ड से पुरस्कृत व्यक्तियों और संस्थानों की अभिनव पहलों पर आधारित पुस्तक ‘अग्रगामी 2.0’ तथा एसडीजी इंडेक्स उत्तराखण्ड 2023-2024 का भी लोकार्पण किया।

सीपीपीजीजी द्वारा जारी जनपदवार एसडीजी रैंकिंग में नैनीताल जनपद प्रथम स्थान पर, देहरादून दूसरे और उत्तरकाशी तीसरे स्थान पर रहा। इन जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों को भी मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवाचार और उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थानों को सम्मानित कर सरकार उनके प्रयासों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में 60 स्वयंसेवी संस्थाओं, व्यक्तियों और सीएसआर क्षेत्र में कार्य करने वालों को एसडीजी एचीवर पुरस्कार से नवाजा गया है। मुख्यमंत्री ने इन पुरस्कार विजेताओं को उत्तराखंड के वास्तविक ब्रांड एंबेसडर बताते हुए कहा कि सरकार वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले एसडीजी इंडिया इंडेक्स में उत्तराखंड नौवें स्थान पर था, जबकि आज वह पहले स्थान पर है। गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा, पेयजल एवं स्वच्छता, जन्म के समय लिंगानुपात, स्वच्छ ऊर्जा, शहरी विकास और वित्तीय समावेशन सहित विभिन्न क्षेत्रों में राज्य ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। सरकार मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता प्रोत्साहन योजना, सौर ऊर्जा क्रांति, स्मार्ट सिटी मिशन और मुख्यमंत्री शहरी आजीविका योजना जैसी पहल के माध्यम से प्रदेश के सतत विकास को गति दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं, सतत कृषि और जल संसाधन प्रबंधन जैसी चुनौतियों के समाधान हेतु प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार की नीतियां सही हों, तो आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित होती है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में नीतियों के सरलीकरण और राजस्व बढ़ाने के प्रयासों से राज्य में खनन राजस्व 400 करोड़ से बढ़कर 1200 करोड़ तक पहुंच गया है। इसी तरह अन्य क्षेत्रों में भी राजस्व प्राप्ति में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इस अवसर पर विधायक सविता कपूर, दुर्गेश्वर लाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, यूएनडीपी की रेजिडेंट प्रतिनिधि डॉ. एंजेला लुसुगी, पूर्व मुख्य सचिव एन. रविशंकर, प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष एस.एस. नेगी, सीपीपीजीजी के एसीईओ मनोज पंत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।