मोर्चा की मुहिम लाई रंग, लंबे समय से जमे अधिकारियों की हुई विदाई

एक बार फिर जन संघर्ष मोर्चा की मुहिम रंग लाई है। शासन ने मोर्चा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए वर्षों से कुंडली मारे बैठे अधिशासी अधिकारियों के तबादलों कर दिए हैं। जिसमें नगर प‌ालिका विकासनगर के अ‌धिशासी अधिकारी बीएल आर्य भी शामिल हैं। उनका तबादला अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत ईमलीखेड़ा हरिद्वार किया गया है। शासन ने कुल 17 अधिकारियों के तबादले किए हैं। जिनमें अधिशासी अधिकारियों के साथ ही कर एवं राजस्व निरीक्षक, सहायक लेखाकार, सफाई निरीक्षक शामिल हैं। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी चुनाव कराने की दिशा में दो दिन पहले मोर्चा द्वारा प्रदेश की अधिकांश नगर पालिकाओं/ नगर पंचायतों में वर्षों से कुंडली मारे बैठे अधिशासी अधिकारियों व अन्य अधिकारियों के तबादले को लेकर भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी, जिसके क्रम में शासन ने अधिशासी अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं, जोकि मोर्चा की बहुत बड़ी जीत है। नेगी ने कहा कि नगर पालिकाओं/ नगर पंचायतों में कई अधिकारी अपनी प्रथम नियुक्ति से ही तैनात थे तथा यही हाल मैदानी क्षेत्रों की पालिकाओं में तैनात अधिशासी अधिकारी, कर निरीक्षक एवं सफाई निरीक्षकों आदि का था। एक ही स्थान पर वर्षों से जमे रहने के कारण इनके द्वारा राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते पारदर्शी चुनाव की परिकल्पना करना बेमानी सा प्रतीत हो रहा था। नेगी ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा शासन को 3 वर्षों से एक ही स्थान पर डटे अधिकारियों का स्थानांतरण अन्यत्र करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन शासन में गहरी पैठ बनाए सेटिंगबाज व भ्रष्ट अधिकारी मैदानी जनपदों की पालिकाओं में ही जड़ें जमाए बैठे थे। मोर्चा ईमानदार व सिफारिश विहीन अधिकारियों के साथ अन्याय नहीं होने देगा।