सहसपुर के युवा प्रधान अनीस अहमद ने इस बार सहसपुर विधानसभा से कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी की है। वह कांग्रेस के लिए डार्क हॉर्स (छुपा रुस्तम) साबित हो सकते हैं।
अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले अनीस अहमद की युवाओं में खासी पकड़ मानी जाती है। वे गैर मुस्लिमों के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं।
वर्तमान में खुद हैं प्रधान, भाभी है जिला पंचायत सदस्य
बीते पंचायत चुनाव में उन्होंने ग्राम पंचायत सहसपुर से अपनी पत्नी नुसरत को जीत दिलाई थी। वर्तमान में उनकी भाभी खुशहालपुर जिला पंचायत सीट से जिला पंचायत सदस्य हैं।
विधानसभा क्षेत्र में करीब 50,000 से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। अनीस की छोटी बहन गुलिस्ता परवीन विधानसभा के अंतर्गत आने वाली सभावाला ग्राम पंचायत की प्रधान हैं।
वर्तमान में अनीस अहमद जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं। उनके परिवार का कांग्रेस से वर्षों पुराना नाता है। उनके पिता भी अल्पसंख्यक विभाग के जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं। अनीस पेशे से टिंबर मर्चेंट हैं। राजनीति के साथ-साथ वह सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े हुए हैं।
कोरोना काल में किए सराहनीय कार्य
कोरोना काल के दौरान भी उन्होंने सराहनीय कार्य कर किए। करीब डेढ़ माह तक प्रतिदिन 300 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई। वर्तमान में अनीस अहमद के अलावा जो भी लोग टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, वे पूर्व में बागी होकर सहसपुर विधानसभा में कांग्रेस को हरा चुके हैं।
मुस्लिम प्रधानों पर भी अच्छी पकड़
सहसपुर विधानसभा कि कई ग्राम सभाओं के प्रधान मुस्लिम वर्ग से आते हैं, जिनकी अनीस अहमद से अच्छी बनती है। उनका कहना है कि उन्होंने और उनके परिवार ने कांग्रेस के सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने दावा किया कि टिकट मिलने पर वे सहसपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस को जीत दिलाएंगे। उनका कहना है कि वह अपना दावा शीर्ष नेतृत्व और स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष पेश कर चुके हैं।