उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ का महाधिवेशन सम्पन्न, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रहे मुख्य अतिथि
देहरादून।
उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ का द्वादश महाधिवेशन दो दिवसीय आयोजन के बाद नींबूवाला स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रदेशभर से आए 2000 से अधिक अभियंताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव आनंद वर्धन उपस्थित रहे।
महासंघ के निवर्तमान महासचिव इंजीनियर मुकेश रतूड़ी ने मुख्यमंत्री को 27 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इसमें प्रमुख मांगें निम्न थीं:
कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगति दूर की जाए।
पूर्व की भांति तीन पदोन्नति या तीन पदोन्नत वेतनमान की व्यवस्था हो।
10 वर्ष की सेवा पर ग्रेड पे ₹5400 दिया जाए।
1 अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त कनिष्ठ अभियंताओं को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए।
पेयजल निगम एवं जल संस्थान का राजकीयकरण व एकीकरण किया जाए।
सहायक अभियंता को ₹25 लाख तक की खुली निविदा का अधिकार मिले।
इंजीनियरों को अनावश्यक कार्यों में न लगाया जाए।
UREDA में नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंताओं को अन्य विभागों की भांति ₹5600 ग्रेड पे का लाभ दिया जाए।
कार्यक्रम के अंत में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। देर रात तक चली चुनाव प्रक्रिया में निम्न पदाधिकारियों का चयन किया गया:
प्रांतीय अध्यक्ष: इंजीनियर आर.सी. शर्मा
वरिष्ठ उपाध्यक्ष: इंजीनियर राजेन्द्र सिंह चौहान
उपाध्यक्ष: इंजीनियर मुकेश बहुगुणा
महासचिव: इंजीनियर वीरेंद्र सिंह गुसाईं
सचिव (प्रोन्नत): इंजीनियर सतीश भट्ट
लेखा संप्रेक्षण: इंजीनियर दीपक बहुगुणा
मंडल कार्यकारिणी में चयनित पदाधिकारी:
गढ़वाल मंडल अध्यक्ष: इंजीनियर आशीष यादव
कुमाऊं मंडल अध्यक्ष: इंजीनियर सुरेश सिंह
गढ़वाल मंडल उपाध्यक्ष: इंजीनियर विपन डोभाल
कुमाऊं मंडल उपाध्यक्ष: इंजीनियर सुनील सिंह
गढ़वाल मंडल सचिव: इंजीनियर दीपक सिंह
कुमाऊं मंडल सचिव: इंजीनियर दीपक मटियाली
इस अवसर पर इंजीनियर अनिल सिंह पंवार, इंजीनियर शांतनु शर्मा, इंजीनियर सी.डी. सैनी, इंजीनियर ए.पी. सिंह, इंजीनियर अरविंद सिंह सजवाण, इंजीनियर राम कुमार, इंजीनियर चितरंजन जोशी और इंजीनियर सुरेश जोशी सहित कई वरिष्ठ अभियंता उपस्थित रहे।
उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर समाज की एकजुटता और अधिकारों के लिए यह अधिवेशन मील का पत्थर साबित हुआ।