नशा कारोबार, रैश ड्राइविंग और गौ-तस्करी पर लगाम लगाने की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने दी पीएचक्यू में दस्तक

नशा कारोबार, रैश ड्राइविंग और गौ-तस्करी पर लगाम लगाने की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने दी पीएचक्यू में दस्तक

नेताओं, दलालों, तस्करों और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से पनप रहा है नशे का नेटवर्क – रघुनाथ नेगी

देहरादून।
राज्य में नशे के फैलते जाल, रैश ड्राइविंग और गौ-तस्करी के गंभीर मामलों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा ने पुलिस महानिदेशक कार्यालय (पीएचक्यू) में दस्तक दी। मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी दीपम सेठ से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। डीजीपी ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

नेगी ने कहा कि प्रदेश में नशा तस्करी और गौ-हत्या/तस्करी जैसे अपराधों के पीछे एक गहरा नexus (गठजोड़) सक्रिय है, जिसमें कुछ नेता, दलाल, तस्कर और भ्रष्ट पुलिसकर्मी शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह गठजोड़ ही इन अपराधों को पनपने और फलने-फूलने का मुख्य कारण है। जब ईमानदार पुलिस अधिकारी कार्रवाई की कोशिश करते हैं, तो इनका गठजोड़ अंदरूनी जानकारी लीक कर मिशन को नाकाम कर देता है।

नेगी ने चेताया कि नशे के कारण युवा पीढ़ी बर्बादी की ओर बढ़ रही है और अभिभावकों में भारी चिंता व्याप्त है। उन्होंने कहा कि रैश ड्राइविंग और नशे में वाहन चलाने के कारण आय दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है और अनेक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। खासकर 18-20 साल के युवा, भारी वाहन और उपखनिज से लदे ट्रकों को मौत बनाकर सड़कों पर दौड़ा रहे हैं, जिनके ड्राइविंग लाइसेंस की जांच बेहद जरूरी है।

उन्होंने डीजीपी से अनुरोध किया कि प्रदेश में एक सघन अभियान चलाया जाए, जिसमें:

नशा कारोबार से जुड़े तस्करों पर कड़ी कार्रवाई हो,

रैश ड्राइविंग और बिना लाइसेंस युवा चालकों पर शिकंजा कसा जाए,

गौ-हत्या और तस्करी पर सख्ती से रोक लगे,

और इन अपराधों के पीछे सक्रिय नेताओं, दलालों और भ्रष्ट अधिकारियों की पहचान कर कार्रवाई हो।


प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार और विजय राम शर्मा भी मौजूद रहे।

📌 जनहित से जुड़ी यह मांग सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए चेतावनी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो मोर्चा आंदोलनात्मक रुख अपना सकता है।