देहरादून/दिल्ली – 6 जुलाई 2025: उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली IGI एयरपोर्ट से लुकआउट सर्कुलर (LOC) के आधार पर इंटरस्टेट साइबर फ्रॉड गिरोह के मास्टरमाइंड अभिषेक अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है, जिसने फर्जी लोन ऐप्स के जरिये देशभर के हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया।
फर्जी लोन ऐप्स और चीनी कनेक्शन
अभिषेक अग्रवाल द्वारा वर्ष 2019-20 में चीनी नागरिकों के साथ मिलकर एक संगठित साइबर गिरोह की शुरुआत की गई थी। आरोपी ने करीब 35-40 शेल कंपनियाँ बनाई थीं, जिनमें 13 कंपनियाँ उसके नाम पर और 28 उसकी पत्नी के नाम पर पंजीकृत पाई गईं। कई कंपनियों में चीनी नागरिक सह-निर्देशक हैं। इन कंपनियों के खातों से लगभग ₹750 करोड़ से अधिक की संदिग्ध धनराशि के लेन-देन सामने आए हैं।
गिरोह की कार्यशैली
गिरोह द्वारा ‘Inst Loan’, ‘Maxi Loan’, ‘KK Cash’, ‘RupeeGo’, ‘Lendkar’ जैसे फर्जी लोन ऐप्स के माध्यम से त्वरित लोन का लालच देकर पीड़ितों से मोबाइल की एक्सेस ली जाती थी। फिर गैलरी, कांटैक्ट्स, और निजी डेटा चुराकर ब्लैकमेल और धमकियों के माध्यम से मोटी रकम वसूली जाती थी।
पीड़ितों को अश्लील और एडिट की गई तस्वीरें वायरल करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था, जिससे वे सामाजिक बदनामी के डर से लगातार पैसे ट्रांसफर करते रहते थे।
पूर्व में भी कार्रवाई
इस मामले में पहले से ही गिरोह के एक अन्य मास्टरमाइंड अंकुर ढींगरा को गुड़गांव से गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एसटीएफ द्वारा एक कॉल सेंटर पर छापा भी मारा गया था, जहां से सिमबॉक्स और अन्य डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए।
विदेशी लिंक और फंड ट्रांसफर
अभिषेक अग्रवाल द्वारा प्राप्त धनराशि को चीनी बैंकों में ट्रांसफर किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि गिरोह के पीछे चीनी नागरिकों की बड़ी साजिश थी, जिनके लिए वह भारत में शेल कंपनियां बनाकर बैंक खाते खोलता था।
उसने जिन चीनी नागरिकों का नाम लिया है, उनमें शामिल हैं:
Difan Wang (उर्फ @Scott Wang)
Zhenbo He (उर्फ @Leo)
Miao Zhang (उर्फ @Cicero)
Yongguang Kuang (उर्फ @Bolt)
Wenxue Li (उर्फ @Force)
बरामद सामान
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी से एक मोबाइल फोन, पासपोर्ट, थाईलैंड और भारतीय करेंसी, पावर बैंक, डिजिटल कट, अंगूठियां, और एप्पल वॉच बरामद की गई।
कई राज्यों में मामले दर्ज
अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ कई राज्यों में साइबर अपराध से संबंधित मामले दर्ज हैं। इस मामले में जांच आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार, अन्य राज्य पुलिस बलों और इंटरपोल से समन्वय किया जा रहा है।
एसटीएफ की सराहनीय कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, श्री नवनीत सिंह के नेतृत्व में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा यह कार्रवाई की गई। जांच का प्रवेक्षण अपर पुलिस अधीक्षक श्री स्वप्न किशोर, उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा, और निरीक्षक विकास भारद्वाज के नेतृत्व में हुआ।
जनता से अपील
एसएसपी एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी फर्जी लोन ऐप, सोशल मीडिया फ्रॉड, निवेश योजना, यूट्यूब सब्सक्राइब स्कीम या अज्ञात लिंक से बचें। किसी भी साइबर धोखाधड़ी की सूचना तुरंत 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दें।
निष्कर्ष:
यह गिरफ्तारी देश में फैलते जा रहे अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधों की श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कदम है। चीनी लिंक और शेल कंपनियों के माध्यम से भारतीय नागरिकों की गोपनीयता और वित्तीय सुरक्षा पर हमला एक गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस की सतर्कता और तकनीकी विवेचना इस प्रकार के अपराधों पर नकेल कसने में निर्णायक भूमिका निभा रही है।