धार्मिक स्थलों के लिए बनेगा मास्टर प्लान, तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर जोर

देहरादून, 30 जुलाई 2025।
हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में हाल ही में हुई दुर्घटना के बाद उत्तराखंड सरकार ने तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान तैयार करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस दिशा में तेजी से कार्य शुरू कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री के आदेश पर मंगलवार को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री आर. के. सुधांशु ने पर्यटन विभाग को मास्टर प्लान तैयार करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने सचिव पर्यटन को त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है।

इन बिंदुओं पर होगा विशेष फोकस:

तीर्थ स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और धारण क्षमता में वृद्धि

प्रवेश और निकास मार्गों की पृथक व्यवस्था

प्रतीक्षा क्षेत्र और आपातकालीन निकासी मार्गों का निर्माण

स्वच्छ पेयजल, शौचालय, और प्राथमिक उपचार केंद्र की स्थापना

सूचना एवं मार्गदर्शन केंद्र की स्थापना

पार्किंग की सुनियोजित व्यवस्था

सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती

अवैध अतिक्रमणों की पहचान और हटाने की कार्यवाही


प्रमुख सचिव ने स्पष्ट किया कि गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों के मंडलायुक्तों के सहयोग से यह कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जाएगा। मास्टर प्लान का उद्देश्य तीर्थ स्थलों पर सुविधाएं बढ़ाकर श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित यात्रा अनुभव प्रदान करना है।

मुख्यमंत्री ने क्या कहा:

“उत्तराखंड में हर वर्ष करोड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। उनकी सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। धार्मिक स्थलों की व्यवस्था को बेहतर बनाकर तीर्थ यात्रा के अनुभव को अधिक सशक्त और संतुलित बनाना हमारा संकल्प है।”
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


यह मास्टर प्लान न केवल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि राज्य के धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा देगा।