मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों को किया सम्मानित, ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ को मिलेगा वैश्विक बाजार
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया और उनसे संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना का शुभंकर एवं लोगो लॉन्च किया, साथ ही हाउस ऑफ हिमालयाज के नए उत्पादों और वेबसाइट का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं, जिसके तहत बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना और लखपति दीदी जैसी योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि जब महिला आर्थिक रूप से सक्षम होती है, तो पूरा समाज सशक्त होता है।
सीएम धामी ने बताया कि प्रदेश में 1.63 लाख से अधिक महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं। मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के तहत आगामी तीन वर्षों में 15 हज़ार उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को इन्क्यूबेशन, कौशल प्रशिक्षण, निवेश सहयोग और वैश्विक बाजार से जोड़ने की सुविधा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड के अंतर्गत फिलहाल 35 उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं, जिन्हें जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निर्यात किया जाएगा। राज्य में 68 हज़ार स्वयं सहायता समूहों से लगभग 5 लाख महिलाएं जुड़कर स्वरोजगार कर रही हैं। वर्ष 2023 में शुरू हुई सशक्त बहना उत्सव योजना के तहत 27 हज़ार से अधिक स्टॉल लगाकर 7 करोड़ रुपये की बिक्री हुई है।
सीएम ने बताया कि महिला उत्पादों के विपणन के लिए 49 ग्रोथ सेंटर, 33 नैनो पैकेजिंग यूनिट्स, 17 सरस सेंटर, 3 राज्य स्तरीय विपणन केंद्र और 8 बेकरी यूनिट्स स्थापित की गई हैं। इसके अलावा वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट योजना के तहत देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशनों पर विशेष बिक्री केंद्र खोले गए हैं।
कार्यक्रम में अल्मोड़ा की सीमा कुमारी, बागेश्वर की दया दानू, चम्पावत की हेमा उपाध्याय, चमोली की रेखा नेगी, देहरादून की किरण राणा, हरिद्वार की छवि और नैनीताल की किरण जोशी जैसी महिला उद्यमियों ने अपने-अपने सफलता के अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर विधायक श्री खजानदास, श्रीमती सविता कपूर, सचिव ग्राम्य विकास श्रीमती राधिका झा, आयुक्त अनुराधा पाल, अपर सचिव झरना कमठान और ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।