जब सिस्टम नाकाम पड़ा, तो ग्रामीण बने नशा रोकने के सिपाही
कुंजा ग्रांट में “जागते रहो मिशन” से जनजागरण की नई मिसाल
विकासनगर, 29 अगस्त।,( उत्तराखंड बोल रहा है)
जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी की अगुवाई में ग्राम कुंजा ग्रांट में नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे जन जागरण अभियान ने बड़ा रूप ले लिया है। बीते 15 दिनों से ग्रामीण खुद दिन-रात पहरा देकर नशा खोरी और तस्करी पर लगाम लगाने में जुटे हैं।
शुक्रवार शाम पहचान छिपाकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे नेगी ने उनकी मुस्तैदी और जागरूकता को देखकर गहरी संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि जब पुलिस व सिस्टम नशे की जड़ें उखाड़ने में नाकाम रहे, तब ग्रामीणों ने स्वयं कमान अपने हाथ में लेकर “जागते रहो मिशन” की शुरुआत की।
नेगी ने बताया कि वर्षों से कुंजा ग्रांट नशा तस्करी का अड्डा बन चुका था। जहरीले कारोबार ने युवाओं के भविष्य को चौपट कर दिया, यहाँ तक कि महिलाएं भी इसकी गिरफ्त में आने लगीं। पुलिस द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने पर ग्रामीणों ने स्वयंसेवी वॉलिंटियर्स बनकर मोर्चा संभाला और नशे के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया।
मोर्चा की टीम ने ग्रामीणों संग गली-मोहल्लों में घूमकर लोगों को नशे के खतरों से आगाह किया और सामाजिक जागरूकता का बिगुल फूंका। इस दौरान ग्रामीणों की हिम्मत और जज्बे की जमकर सराहना की गई।
नेगी ने कहा कि कुंजा ग्रांट की यह पहल पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण है। अन्य गांवों को भी इसी तर्ज पर अभियान चलाकर नशा तस्करों का समूल नाश करना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द इस अभियान में शामिल ग्रामीण वॉलिंटियर्स को पुलिस द्वारा सम्मानित कराने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
अभियान में शामिल रहे: मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, समाजसेवी हाजी आरिफ, प्रधान मुसव्वर अली, हाजी असद, प्रवीण शर्मा पिन्नी, नसीम, वाजिद, असलम खान, सलीम, इकराम, आसिफ, मोहम्मद, अहमद हसन, फरमान, राकिब, साजिद, हुसैन, मोईन, परवेज, सफीक, अफजाल, नफीस समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।