सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़ में बोर्ड कक्षाओं के लिए अभिभावक सम्मेलन आयोजित
विकासनगर, 30 अगस्त। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़, विकासनगर में बोर्ड कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए एक भव्य अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य कलीराम भट्ट, नरेंद्र तोमर (अध्यक्ष, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, गढ़वाल संभाग), विशिष्ट अतिथि सुनीता नौटियाल, बाज सिंह सहित गणमान्य अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया।

विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य गुलजार सिंह और आचार्या बिमलेश त्यागी ने भैया-बहिनों का सर्वांगीण विकास किस प्रकार संभव है विषय पर विस्तृत विचार रखे। इस दौरान विद्यालय के भैया-बहिनों ने स्वागत गीत, समूह गान एवं विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
अपने संबोधन में आचार्या बिमलेश त्यागी ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में अभिभावक, माता-पिता और विद्यालय सभी की समान भूमिका होती है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को मोबाइल से दूर रखें ताकि उनकी एकाग्रता और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित हो सके।

हरीश तिवारी ने अपने वक्तव्य में अभिभावकों के कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य निर्माण में उनका दायित्व सबसे अहम है।
प्रधानाचार्य कलीराम भट्ट ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विद्या भारती का लक्ष्य ऐसे विद्यार्थियों का निर्माण करना है, जिनमें राष्ट्रीयता की भावना और सामाजिक चेतना का विकास हो। उन्होंने विद्यालय के विकास में अभिभावकों के योगदान को रेखांकित करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।
संगोष्ठी के दौरान छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को द्वितीय मासिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएँ भी दिखाई गईं।
कार्यक्रम का समापन अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सुधार और निर्माण में अभिभावक और आचार्य दोनों का समान योगदान होता है। बच्चे बड़ों के आचरण को अक्षरशः अपनाते हैं, इसलिए सभी को अपने व्यवहार में सकारात्मकता रखनी चाहिए।
कार्यक्रम का कुशल संचालन सुभाष चमोली ने किया।