ब्राइट एंजेल्स स्कूल जीवनगढ़ में उत्कृष्ट विज्ञान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन,

ब्राइट एंजेल्स स्कूल जीवनगढ़ में उत्कृष्ट विज्ञान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन,

छात्रों की रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच को मिला मंच

विकासनगर/देहरादून, 30 अगस्त। ब्राइट एंजेल्स स्कूल जीवनगढ़, विकासनगर, देहरादून में शनिवार को एक भव्य उत्कृष्ट विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों ने अपनी बौद्धिक क्षमता, रचनात्मकता और नवाचार को वैज्ञानिक मॉडल्स व परियोजनाओं के माध्यम से प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।

प्रदर्शनी का शुभारंभ राजकीय इंटर कॉलेज बाड़वाला के प्रधानाचार्य शैलेश कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर बीआरसी विकासनगर, सरेंद्र कुमार रावत मुख्य अतिथि तथा विभिन्न गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

शुरुआत में छात्रों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया, जिसके बाद पौधारोपण कर प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। अतिथियों ने विभिन्न मॉडलों का अवलोकन करते हुए छात्रों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि विज्ञान से जुड़कर ही युवा भारत को विश्व पटल पर अग्रणी बना सकते हैं।

मुख्य अतिथि ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा – “आपके पास असीम संभावनाएं हैं। विज्ञान से जुड़े रहकर और नए प्रयोगों पर कार्य कर आप अपने देश को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा सकते हैं।

प्रदर्शनी की विशेषताएं

छात्रों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न वैज्ञानिक मॉडल और परियोजनाएं

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार का प्रदर्शन।

कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों की सक्रिय भागीदारी


विद्यालय के निदेशक कर्नल कारिद हुसैन और प्रधानाचार्या राना अलमास ने छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कहा कि विज्ञान के प्रति बच्चों की जिज्ञासा ही उन्हें आगे बढ़ाती है।

इस मौके पर विद्यालय परिवार ने उन अध्यापक व अध्यापिकाओं का भी आभार जताया, जिनकी मेहनत और मार्गदर्शन से छात्रों की प्रस्तुतियां इतनी उत्कृष्ट रहीं।

अध्यापक-अध्यापिकाओं का योगदान
अरबीना हुसैन, डॉ. बिन अरोड़ा, दिव्या अग्रवाल, जावेद, शीतल रावत, अनुराधा, पंजाब सिंह, दिव्या गुप्ता, राकेश जजवाड़ा, वंशिता चंबल, प्रशांत गुप्ता, आशिष वर्मा, नाज़िया, क्षितिज अभिमन्यु, जितेंद्र बंसल, घुशीश्रा जोशी, ललित, प्रदीप, प्रियंका आदि ने छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया।

यह विज्ञान प्रदर्शनी छात्रों की रचनात्मकता, मेहनत और वैज्ञानिक सोच का प्रेरणादायी उदाहरण बनी। विद्यालय प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे ताकि बच्चों की प्रतिभा को और अधिक निखारा जा सके।