नवाचार और संवेदनशीलता की मिसाल बने डीएम सविन बंसल,

नवाचार और संवेदनशीलता की मिसाल बने डीएम सविन बंसल,

भू-कानून अभियान ने किया सम्मानित

देहरादून, 31 अगस्त।, (उत्तराखंड बोल रहा है)
प्रशासनिक कार्यशैली में नवाचार और संवेदनशीलता का अनूठा संगम गढ़ने वाले जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल को शनिवार को उत्तराखंड भू-कानून अभियान के सदस्यों ने सम्मानित किया। यह सम्मान केवल एक अधिकारी को नहीं, बल्कि उस कार्यसंस्कृति को समर्पित था, जिसने आमजन को प्रशासन पर भरोसा करने का नया कारण दिया है।

इस अवसर पर अभियान के संस्थापक एवं मुख्य संयोजक शंकर सागर ने कहा कि डीएम बंसल ने पदभार संभालते ही गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों की आवाज़ को प्राथमिकता दी। अतिक्रमण हटाने, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, भिक्षावृत्ति मुक्त अभियान, बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए निःशुल्क सारथी वाहन सेवा, दशकों से लंबित भूमि विवादों का समाधान, विधवाओं और पीड़ितों को राहत तथा राज्य आंदोलनकारियों के हक में निर्णय जैसे कदमों ने उन्हें जन-जन का अधिकारी बना दिया है।

कार्यक्रम में पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को अभिनंदन पत्र, पुष्पगुच्छ और शॉल भेंट कर उनके जनहितैषी फैसलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बंसल की कार्यशैली केवल देहरादून तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तराखंड में उनकी न्यायप्रिय और संवेदनशील छवि पर चर्चा हो रही है। जनता की अपेक्षा है कि ऐसे अधिकारी राज्य के अन्य जिलों में भी प्रशासनिक संस्कृति की नई परिभाषा गढ़ें।

इस अवसर पर सह संयोजक आनंद सिंह रावत, गढ़वाल संयोजक अशोक नेगी, कुमाऊं संयोजक उमेद बिष्ट, महिला संयोजक धना वाल्दिया, कृष्णा बिजलवाण, सुभागा फरसवान, ज्योतिका पांडे, कल्पेश्वरी नेगी, देवेश्वरी गुसाई, पूजा बुढ़ाथोकी, गीता शर्मा, राजेश पेटवाल, राजेश कुमार समेत कई सदस्य मौजूद रहे।