देहरादून: बुजुर्ग महिला पर रॉटवीलर कुत्तों का हमला, मालिक हिरासत में; खतरनाक नस्लों पर केंद्र की सख्तीविकासनगर निवासी आरोपी के खिलाफ केस दर्ज, बिना लाइसेंस पाल रहा था प्रतिबंधित नस्ल के कुत्ते

देहरादून।
राजपुर क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला पर दो रॉटवीलर कुत्तों के हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में कुत्तों के मालिक को हिरासत में ले लिया है। आरोपी की पहचान नफीस (उम्र 40 वर्ष) पुत्र शकूर अहमद, निवासी वार्ड नंबर 03, गुरुद्वारा गली, थाना विकासनगर, वर्तमान पता किशनपुर, अर्धनारीश्वर मंदिर के पास, राजपुर, देहरादून के रूप में हुई है।

जानकारी के अनुसार 6 जुलाई को किशनपुर, जाखन क्षेत्र में बुजुर्ग महिला पर रॉटवीलर नस्ल के कुत्तों ने हमला कर दिया था, जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस घटना के बाद पीड़िता के पुत्र उमंग निर्वाल पुत्र वीरेंद्र सिंह की तहरीर पर राजपुर थाने में अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी के पास इन खतरनाक नस्ल के कुत्तों को पालने का नगर निगम से कोई वैध लाइसेंस नहीं था।

प्रतिबंधित है खतरनाक नस्लों का आयात और पालन

पशुपालन एवं डेयरी विभाग, भारत सरकार ने पहले ही कुछ खतरनाक नस्लों के कुत्तों के आयात, ब्रीडिंग, पालन और खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है। इनमें रॉटवीलर, पिटबुल टेरियर, डोगो अर्जेंटीनो, केन कोर्सो, अमेरिकन बुलडॉग, अकिता, वुल्फ डॉग, कंगल, कोकेशियन शेफर्ड डॉग सहित करीब दो दर्जन नस्लें शामिल हैं।

इन कुत्तों को पालने के लिए किसी भी प्रकार का लाइसेंस या परमिट जारी करने पर भी प्रतिबंध है। बावजूद इसके देहरादून सहित कई शहरों में इन नस्लों के कुत्तों को अवैध रूप से पाला जा रहा है।

पुलिस और प्रशासन ने की अपील

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून ने आमजन से अपील की है कि यदि उनके आसपास कोई व्यक्ति प्रतिबंधित नस्ल के कुत्तों को पाल रहा है और इससे किसी को खतरा महसूस होता है, तो इसकी जानकारी तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम 112 या नगर निगम कार्यालय को दें।

इस घटना ने न केवल प्रशासन को सतर्क किया है, बल्कि आम नागरिकों में भी भय का माहौल है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले को उदाहरण बनाकर किस हद तक सख्त कार्रवाई करता है।

रिपोर्ट – उत्तराखंड बोल रहा है