सहसपुर थाना पुलिस ने प्रतिबंधित काजल की लकड़ी के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 175 नग बरामद हुए। चेकिंग के दौरान पुलिस टीम को दर्रारेट चैक पोस्ट के पास से काले रंग की बुलेरो कार संख्या यूके 07-एपी-2314 अत्यधिक गति से धर्मावाला की तरफ से सहारनपुर की तरफ जाती हुई दिखाई दी। जिसे पुलिस टीम द्वारा रूकने का ईशारा किया गया किन्तु बुलेरो चालक द्वारा कार को तेजी से ब्रेक लगाकर वापस मुड़कर भागने का प्रयास किया गया, इस सन्दिग्ध गतिविधि पर पुलिस टीम द्वारा बुलेरो कार का पीछा कर रोक लिया गया। कार में चालक समेत दो लोग सवार थे। कार की तलाशी लेने पर सात कट्टे (बोरे) से काजल की लकड़ी के 175 नग बरामद हुए। वाहन सवार दोनों लोग प्रकाष्ठ के परिवहन के संबंध में कोई कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके। जिस पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ धारा 26/41/42 भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों ने बताया कि बेशकीमती काष्ठ का प्रयोग तिब्बती लोग धार्मिक कार्यों में करते हैं। वे अवैध तरीके से उत्तराकाशी के जंगल से लाकर सहारनपुर बाजार मे बेचने जा रहे थे। सहारनपुर बाजार में इस लकड़ी के अच्छे दाम मिल जाते हैं। आरोपियों की पहचान शिव कुमार पुत्र अशोक कुमार निवासी एटनबाग वार्ड नंबर- 7 विकासनगर और सन्तराम पुत्र रमिया राम निवासी ग्राम सठारी, थाना कुपुई जिला शिमला हिमाचल के रूप में हुई है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष विनोद राणा, चौकी प्रभारी धर्मावाला विकेंद्र कुमार, सिपाही अमित, मनोज, तेजवीर शामिल रहे।
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