विकासनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पंचायत चुनाव से पहले भारी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी, एक गिरफ्तार

विकासनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: पंचायत चुनाव से पहले भारी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी, एक गिरफ्तार

देहरादून। दिनांक 02 जुलाई 2025।

पंचायत चुनावों के दृष्टिगत प्रलोभन एवं अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए देहरादून पुलिस की ओर से चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान के तहत विकासनगर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। कोतवाली विकासनगर पुलिस ने कुल्हाल बैरियर पर कार्रवाई करते हुए एक स्विफ्ट कार से चंडीगढ़ मार्का की 16 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की है।

इस दौरान शराब की तस्करी में लिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जो शराब को चुनावी उद्देश्य से उत्तराखंड लाया जा रहा था।

कार्रवाई का विवरण:

दिनांक 2 जुलाई की सुबह कुल्हाल बैरियर पर चेकिंग के दौरान एक स्विफ्ट डिज़ायर (UK07AU0086) कार को रोका गया, लेकिन चालक तेजी से भागते हुए कुजा की ओर भागने लगा। संदेह के आधार पर पुलिस टीम ने तुरंत पीछा कर कार को रोक लिया और वाहन की तलाशी लेने पर उसमें से 480 पव्वे व 120 अध्दे (कुल 16 पेटी) ROYAL STAG WHISKEY (CHANDIGARH मार्का) बरामद की गई, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 2 लाख रुपये है।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण:

नाम: बलिन्दर पुत्र रणपाल

निवासी: ग्राम संभालका, पोस्ट लाडवा, थाना लाडवा, जिला कुरुक्षेत्र (हरियाणा)

उम्र: 38 वर्ष


पूछताछ में बड़ा खुलासा:

पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने बताया कि उसे यह शराब रविन्द्र निवासी शादीपुर, यमुनानगर द्वारा चंडीगढ़ से भरवाई गई थी और वह पांवटा साहिब तक उसके साथ था। रविन्द्र ने बलिन्दर को विकासनगर और वाड़बाला तक शराब पहुंचाने के निर्देश दिए थे, जिसे पंचायत चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया जाना था। शराब पहुंचाने पर 5000 रुपये का लालच भी दिया गया था।

पुलिस को पूछताछ में कुछ अन्य महत्वपूर्ण सुराग भी हाथ लगे हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका:

उपनिरीक्षक विकसित पंवार – प्रभारी, चौकी कुल्हाल

उपनिरीक्षक संदीप कुमार – प्रभारी, चौकी बाजार

कांस्टेबल राजकुमार – चौकी कुल्हाल

कांस्टेबल गौरव – चौकी कुल्हाल


निष्कर्ष:

पंचायत चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अवैध शराब के उपयोग की साजिश को नाकाम कर विकासनगर पुलिस ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया है।

पुलिस द्वारा अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है और आगे की विधिक कार्यवाही प्रचलित है।