विधानसभा सचिवालय बना लावारिश, विधानसभाध्यक्ष दें इस्तीफा : मोर्चा
“अधिकारियों की मनमानी, न पत्रों का हिसाब, न रजिस्ट्री का पता – आयोग भी कर चुका फटकार”
विकासनगर।, (उत्तराखंड बोल रहा है)
जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने प्रेसवार्ता कर विधानसभा सचिवालय की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सचिवालय की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि यह लावारिश प्रतीत होता है। विधानसभाध्यक्ष ऋतु खंडूरी अधिकारियों पर नियंत्रण रखने में पूरी तरह विफल साबित हुई हैं, जिसका फायदा उठाकर अधिकारी मनमानी कर रहे हैं।
नेगी ने आरोप लगाया कि जनता से जुड़े पत्रों और रजिस्टर्ड डाक को अधिकारी ठिकाने लगा रहे हैं। यहां तक कि कई मामलों में सूचना आयोग भी विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों को फटकार लगा चुका है कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएँ। बावजूद इसके सुधार की जगह हालात और बिगड़ते ही जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह देश के इतिहास में पहला उदाहरण है कि उच्चाधिकारी अपने मातहतों को 9-9 अनुस्मारक भेज रहे हैं, लेकिन अधिकारी जवाब देने तक को तैयार नहीं। इससे साफ झलकता है कि सचिवालय में अनुशासन और जवाबदेही नाम की कोई चीज़ नहीं बची है।
मोर्चा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि विधानसभाध्यक्ष जनता की भावनाओं से जुड़े मुद्दों पर नियंत्रण रखने की बजाय जालसाजों और माफियाओं को बचाने में व्यस्त हैं। यही कारण है कि सचिवालय की कार्यप्रणाली पूरी तरह चरमराकर रह गई है।
जन संघर्ष मोर्चा ने विधानसभाध्यक्ष की नाकामी को देखते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।
प्रेसवार्ता में हाजी असद एवं प्रवीण शर्मा पिन्नी भी मौजूद रहे।
