विकासनगर। एस.जी.आर.आर.इंटर कॉलेज सहसपुर देहरादून के प्रधानाचार्य डॉ. रवीन्द्र सैनी जो कि पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) बी.सी. खंडूरी के जनसंपर्क अधिकारी रह चुके हैं तथा वर्तमान में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के प्रदेश स्तर पर शिक्षा प्रतिनिधि हैं के काव्य संग्रह “प्रेरणास्रोत” का विमोचन आज विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण ने विधानसभा के सभागार में किया । डॉ. सैनी का यह पहला हिंदी काव्य संग्रह है। इससे पहले उनके अंग्रेजी काव्य संग्रह “फ्रॉम द कोर ऑफ हार्ट” का विमोचन तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तथा ” माई अनरेस्ट्रेँड इमोशन्स” का विमोचन वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था । डॉ. सैनी के काव्य संग्रह “प्रेरणास्रोत” में राजनीति, साहित्य, संगीत, समाज सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले 111 व्यक्तियों का कविता रूप में व्यक्तित्व और कृतित्व को आधार बनाकर परिचय दिया गया है। काव्य सँग्रह का विमोचन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष खण्डूरी ने रवीन्द्र सैनी के काव्य लेखन की सराहना करते हुए कहा कि कवि भी अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को जाग्रत करने के साथ प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि आज पुस्तकों के प्रति पाठकों की रुचि कम होती जा रही है जो कि खेद का विषय है। पुस्तकों का स्थान मोबाइल तथा सोशल मीडिया ने ले लिया है। सैनी के काव्य सँग्रह मे जिन लोगों का काव्य रुप में परिचय दिया गया है उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। आज आवश्यकता है अच्छी पुस्तकों के प्रति वर्तमान पीढी की रुचियों को जाग्रत करने की। उन्होंने कहा कि आज बालिकाओं के ऊपर अनेक प्रकार के अंकुश लगाए जाते हैं परंतु बालिकाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए आज बालकों को अच्छे संस्कार देने की आवश्यकता है । माता-पिता को बेटियों से ज्यादा बेटों को संस्कारित करने की आवश्यकता है। यदि समाज सुधर जाए तो कानून की भूमिका भी नगण्य हो जाती है ।वर्तमान पीढ़ी को गूगल से प्राप्त किए गए अद कचरे ज्ञान के ऊपर निर्भर नहीं रहना चाहिए अपितु उन्हें अच्छी पुस्तकों के प्रति अपनी गहरी रुचि विकसित करके ही ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि आज का छात्र परीक्षा में अंक तो बहुत अधिक ला रहा है परंतु संस्कारों का अभाव है। अच्छे अंकों के साथ-साथ परिपक्व ज्ञान और उत्तम संस्कारों की आवश्यकता है जिसे पुस्तकों के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है। पुस्तक विमोचन के अवसर पर पूर्व शिक्षा निदेशक एस. पी. खाली, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार रावत, श्री गुरु राम राय एजुकेशन मिशन के प्रतिनिधि सी.एम.पायल, अधिशासी अभियंता रवीन्द्र सैनी, चौधरी यशपाल, चौधरी जितेंद्र, एस.डी.ओ रामनाथ सैनी, अनमोल सैनी, वीरेंद्र पेटवाल आदि उपस्थित थे।