उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा यमुना घाटी के पदाधिकारी के द्वारा डाकपत्थर टोंस कॉलोनी में विगत तीन दिवस से पेयजल की सप्लाई न आने के विरोध में अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के कार्यालय तथा उपमहाप्रबंधक जल विद्युत निगम मंडल डाकपत्थर के कार्यालय पर एकत्रित होकर आक्रोश प्रकट किया गया।
इस विषय में समस्त कार्मिकों ने अवगत कराया कि विगत 3 तारीख को दिन में पानी की सप्लाई हेतु स्थापित ट्यूबवेल की पाइपलाइन डैमेज हो गई थी। जिस पर शनिवार तथा रविवार को कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिसके कारण सोमवार शाम तक भी पेयजल की व्यवस्था सुचारू नहीं हुई है। इस समस्या के कारण कॉलोनी में निवास करने वाले छिबरो, खोदरी, व्यासी पावर हाउस तथा लखवाड़ परियोजना के अतिरिक्त सिंचाई विभाग पावर हाउस के कर्मचारियों तथा अन्य नागरिकों को पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। कर्मचारी संगठनों के द्वारा इस विषय पर भारी आक्रोश व्यक्त किया गया कि सप्ताह के अंत में होने वाले अवकाश पर अधिकतम अधिकारी मुख्यालय छोड़कर देहरादून आदि प्रस्थान कर जाते हैं। जिसके कारण कर्मचारियों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं होता है।
सभी कार्मिकों द्वारा इस विषय में अवगत करा दिया गया है कि पेयजल की व्यवस्था नहीं होने पर मंगलवार से सभी कर्मचारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित करेंगे। साइट पर नहीं जाएंगे। सभा में मोर्चा की यमुना वैली संयोजक गोपाल बिहारी, संजय सत्संगी, पंकज नैथानी, पंकज सैनी ,अमित बहुगुणा, प्रेम प्रकाश, रेनू तोमर ,माया तोमर, गोविंद, महेंद्र चौहान, मनोज कांडपाल, रितु पुलकित,प्रकाश सिंह, राजेश तिवारी, वेदपाल आर्य ,विनीत सैनी, भानु प्रकाश जोशी, दिग्विजय सिंह, मनोज रावल, आदि ने आक्रोश प्रकट किया। सभा में इस बात पर भी आक्रोश प्रकट किया गया की बरसात के मौसम में डेंगू आदि बीमारियों के प्रकोप को देखते हुए भी कॉलोनी में विभिन्न स्थानों पर गंदगी झाड़ियां कचरा जमा हो रखा है, किंतु संबंधित सिंचाई तथा विद्युत विभाग विभाग के अधिकारियों द्वारा इस विषय में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कॉलोनी के कर्मचारी अत्यंत दयनीय परिस्थितियों में निवास करने हेतु मजबूर हैं।
पेयजल आपूर्ति ठप, कर्मचारी परेशान, धरने का ऐलान
