लापरवाही और कमीशनखोरी की वजह से महंगे दामों पर खरीदनी पड़ती है बिजली: रघुनाथ नेगी

जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि विद्युत नियामक आयोग ने ऊर्जा निगमों का विद्युत कटौती एवं महंगी बिजली के मामले में जवाब तलब किया है, जोकि एक तरह से जनता पर बहुत बड़ा एहसान है, क्योंकि अब तक नियामक आयोग बेसुध था। पत्रकार वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि चलो देर आए, पर दुरुस्त आए। विद्युत कटौती एवं बिजली महंगी होने की वजह से विद्युत उपभोक्ताओं का जीना दुभर हो गया है। विद्युत पर निर्भर कारोबार भी बहुत प्रभावित हुए हैं।

मुद्दत के बाद आयोग ने समझी उपभोक्ताओं की पीड़ा

नेगी ने कहा कि बहुत मुद्दत के बाद नियामक आयोग का विद्युत उपभोक्ताओं की पीड़ा पर ध्यान आकर्षित करना एक तरह से अचंभित करने वाला कार्य है। काश! नियामक आयोग जनता की पीड़ा की और पहले से ही ध्यान देता तो यह नौबत नहीं आती। मोर्चा लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी एवं लाइन लॉस कम करने को लेकर पूर्व में भी नियामक आयोग की लापरवाही पर खबरदार करता रहा है।

नियामक आयोग पर कसा तंज

नेगी तंज करते कसते हुए कहा कि जनता अब तक सिर्फ यह समझती थी कि नियामक आयोग सिर्फ दामों में वृद्धि ही कर सकता है। नेगी ने कहा कि यूपीसीएल आदि की लापरवाही एवं कमीशनखोरी की वजह से महंगे दामों पर बिजली खरीदनी पड़ती है एवं बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ती है। मोर्चा नियामक आयोग की ऊर्जा निगमों पर सख्ती का स्वागत करता है।

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