ई- रिक्शा संचालकों की पीड़ा को देखते हुए उनके बीच में उनका हक दिलाने मोर्चा के साथियों संग पहुंचे जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने उनकी पीड़ा सुनी, जिसमें संचालकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर भिन्न-भिन्न रूटों पर चलने वाले ई-रिक्शा से संबंधित सुझाव राखे, जिसमें मुख्य रूप से रूट चार्ट बनाने,एक ही जगह ई-रिक्शा न खड़े करने तथा यातायात में पुलिस प्रशासन का सहयोग करने पर बल दिया गया।
नेगी ने ई- रिक्शा संचालकों की बैठक में संचालकों को आश्वासन दिया कि किसी भी सूरत में मोर्चा इनका उत्पीड़न नहीं होने देगा , लेकिन संचालकों को भी यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग करना होगा ताकि अनावश्यक रूप से शहर में जाम की स्थिति न बने एवं एक ही जगह झुंड के रूप में इकट्ठे न हों। सभी का दायित्व बनता है कि यातायात सुचारू रखने में पुलिस- प्रशासन का सहयोग एवं जनता की परेशानियां का भी ध्यान रखें।
बैठक में सभी रूटों के अध्यक्षों का चयन एवं दो-तीन दिन के भीतर सुझाव मोर्चा के समक्ष रखने का प्रस्ताव आया। नेगी ने कहा कि इस संबंध में बैठक में हुए तथ्यों से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी, विकास नगर को अवगत कराया जाएगा, जिससे भविष्य में इनका शोषण न हो सके।
बैठक में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजय राम शर्मा,मोहम्मद असद, प्रवीण शर्मा पिन्नी, नदीम तथा ई रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष अश्वनी प्रसाद, बिल्लू गिल्बर्ट, जगबीर, सफीक पांडे, भगत, नाजिर, सोनू, सलमान, चरण सिंह, संदीप,बाबू ,अरविंद रोहिल्ला, अनिल, अली अहमद, सुशील, जसवीर सिंह आदि शामिल थे।