विकलांग जनों के शोषण और विधायकों की मनमानी के खिलाफ जन संघर्ष मोर्चा का फूटा आक्रोश

विकासनगर, 19 जुलाई।
विकलांग जनों को सरकारी आर्थिक सहायता के चेक समय पर न मिलने और विधायकों द्वारा घर से चेक बांटने की गलत परंपरा के खिलाफ जन संघर्ष मोर्चा ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने तीन पूर्णतः विकलांग जनों को साथ लेकर विकासनगर तहसील में प्रशासन को जमकर घेरा।

मोर्चा का आरोप है कि बीते 6-7 महीनों से विकलांग जनों को चेक के लिए बार-बार चक्कर कटवाए जा रहे हैं, लेकिन तहसील प्रशासन टालमटोल करता रहा। तहसीलदार श्री विवेक राजौरी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि आचार संहिता समाप्त होते ही लेखपाल के माध्यम से चेक अगले दिन संबंधित लाभार्थियों को घर पर पहुंचा दिए जाएंगे।

रघुनाथ सिंह नेगी ने बताया कि आर्थिक सहायता की स्वीकृति के बावजूद तहसील प्रशासन की संवेदनहीनता बेहद निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकतर क्षेत्रों में सत्ताधारी विधायकों द्वारा चेक तहसीलकर्मियों से दबाव डालकर मंगवा लिए जाते हैं और फिर अपने घर से वितरण करते हैं, जो पूरी तरह नियमविरुद्ध है। उन्होंने कहा कि “जरूरतमंद जनता विधायक के घर नहीं जाना चाहती, और बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी विधायक मिलते नहीं।

मोर्चा ने आरोप लगाया कि कुछ विधायक 5-10 हजार के चेक देकर सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए लाभार्थियों के साथ फोटो खिंचवाते हैं, जो अत्यंत शर्मनाक है।

मोर्चा ने चेतावनी दी कि अगर यह रवैया भविष्य में भी जारी रहा, तो तहसील प्रशासन के जिम्मेदार अफसरों को कुर्सी सहित बाहर फेंकने की कार्रवाई की जाएगी और गैरजिम्मेदार विधायकों को सबक सिखाया जाएगा।

इस मौके पर मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, हाजी असद, भीम सिंह बिष्ट, प्रवीण शर्मा पिन्नी, अमित जैन, सुशील भारद्वाज, यूनुस सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।