जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विद्युत विभाग की लापरवाही और मिलीभगत की वजह से लाइन लॉसेस एवं एटी एंड सी हानियों के चलते प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को महंगे दामों पर बिजली मुहैया कराई जाती है, जिसका खामियाजा अंतत: जनता को ही भुगतना पड़ता है। नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा वितरण हानियां एवं एटी एंड सी हानियां कम करने हेतु शासन से आग्रह किया गया था, जिसके क्रम में शासन ने एमडी, यूपीसीएल को निर्देश दिए एवं अनुपालन में यूपीसीएल के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों ने राजस्व वसूली, विद्युत चेकिंग, विद्युत चोरों के खिलाफ एफआईआर, शिविर और कैंप लगाकर लाइन लॉस कम करने की दिशा में कार्रवाई शुरू की,जोकि मोर्चा की बहुत बड़ी जीत है। नेगी ने कहा कि वर्ष 2019-20 में सरकार द्वारा 14139.31 मिलियन यूनिट्स खरीदी गई एवं उसके सापेक्ष 12538.65 मिलियन यूनिट्स बेची गई, इस प्रकार 1600. 66 मिलियन यूनिट्स यानी 160 करोड़ यूनिट्स लाइन लॉस में चली गई। इसी प्रकार वर्ष 2018-19 में 14083.69 मिलियन यूनिट्स खरीद के सापेक्ष 12295.20 मिलियन यूनिट्स बेची गई, इस प्रकार 1788.49 मिलियन यूनिट्स लाइन लॉस में चली गई। इस लाइन लॉस की चलते सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसके अतिरिक्त वितरण एवं ए टी एंड सी हानियां 30- 35 फ़ीसदी हैं। उन्होंने कहा कि मोर्चा को उम्मीद है कि इससे प्रदेश के उपभोक्ताओं को भविष्य में काफी हद तक राहत मिल सकेगी। पत्रकार वार्ता में गोविंद सिंह नेगी, दिनेश राणा, गुरविंदर सिंह, संजय बंसल मौजूद रहे।
————–