जौनसार-बावर को जनजातीय दर्जा दिलाने वाले स्व. गुलाब सिंह
, बेटे प्रीतम सिंह ने आगे बढ़ाई विकास की विरासत
देहरादून। उत्तराखंड बोल रहा है जौनसार -बावर की पहचान और विकास की कहानी स्व. गुलाब सिंह के संघर्षों से शुरू होती है। चकराता से सात बार विधायक रहे और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाब सिंह को इस क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिलाने का श्रेय दिया जाता है। इस ऐतिहासिक फैसले ने जौनसार-बावर की सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक प्रगति की राह खोली।

गुलाब सिंह के कार्यकाल में न केवल क्षेत्र की पहचान मजबूत हुई बल्कि बुनियादी ढांचे में भी क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिले। तहसीलों की स्थापना, डिग्री कॉलेज, अस्पताल और पुलिस थाने जैसी संस्थाओं की नींव रखी गई। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से सुधार हुआ और क्षेत्र ने विकास की नई उड़ान भरी।

गुलाब सिंह के पदचिह्नों पर चलते हुए उनके पुत्र और वर्तमान चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने भी क्षेत्र को नई दिशा दी। प्रीतम सिंह के कार्यकाल में चकराता, त्यूणी और क्वांसी में डिग्री कॉलेज खोले गए, मिनी स्टेडियम का निर्माण हुआ और आईटीआई की स्थापना कर युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा से जोड़ा गया। पर्यटन स्थलों – टाइगर फॉल, लाखामंडल और महासू मंदिर – का कायाकल्प कर जौनसार-बावर को पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित किया गया। इसके अलावा एटीएस भवन जैसी सुविधाओं का भी विस्तार हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गुलाब सिंह द्वारा दिलाया गया जनजातीय दर्जा जौनसार-बावर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, और प्रीतम सिंह के नेतृत्व ने इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए क्षेत्र को नए विकास की दिशा दी है।