पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल ने बीते मंगलवार को चकराता विधान सभा सीट के लिए भाजपा के प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया। उनके नामांकन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तो मौजूद रहे, लेकिन मधु चौहान और उनके समर्थकों की गैरमौजदूगी बहुत कुछ बयां कर गई। चकराता विधान सभा क्षेत्र में हमेशा से ही कांग्रेस और भाजपा से ज्यादा चेहरे अहम रहे हैं।
यहां कांग्रेस ना भाजपा, चेहरे सर्वोपरि
क्षेत्र की राजनीति सिर्फ प्रीतम सिंह और चौहान दंपत्ति (मुन्ना चौहान और मधु चौहान) के इर्दगिर्द घूमती हैं। मधु चौहान ने बीते चुनाव में कांग्रेस के प्रीतम सिंह को कड़ी चुनौती दी थी। बीते पांच साल में मधु और उनके समर्थकों ने कांग्रेस का किला ढहाने के लिए कड़ी मेहनत की हुई थी। मधु और समर्थकों को पूरा विश्वास था कि टिकट उन्हें ही मिलेगा, लेकिन एक परिवार एक टिकट की थ्योरी ने मधु और समर्थकों के अरमानों पर पानी फेर दिया। यह भी साफ है कि मधु चौहान ही प्रीतम सिंह को मजबूत चुनौती दे सकती हैं। इसकी तस्दीक पूर्व में हुए चुनाव में मधु को छोड़कर भाजपा प्रत्याशियों को मिले वोट साबित करते हैं। नौटियाल के नाम की घोषणा होने के बाद से मुध चौहान के समर्थक एक तरह से साइलेंट हो गए हैं। समर्थकों में सोशल मीडिया में टिकट न मिलने की पीड़ा साफ देखी जा सकती है। यह निश्चित है कि मधु और उनके समर्थकों की खामोशी भाजपा पर भारी पड़ने वाली है।