ईडी और आयकर विभाग की निष्क्रियता पर बरसे नेगी
, बोले- अब कोर्ट में घसीटेगा मोर्चा
“7 साल से कोमा में हैं दोनों विभाग, क्या ईडी सिर्फ विरोधियों पर कार्रवाई करने के लिए बनी है?”
विकासनगर।( उत्तराखंड बोल रहा है)
जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएम के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग की निष्क्रियता पर बड़ा हमला बोला। नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उमेश शर्मा (वर्तमान में खानपुर विधायक) के मामले में प्रदेश सरकार ने 2018 में दोनों विभागों से जांच की मांग की थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

नेगी ने बताया कि नवंबर 2018 में इंदिरापुरम, गाजियाबाद स्थित उमेश शर्मा के आवास से गिरफ्तारी के दौरान विदेशी मुद्रा, विदेशी शराब, लाखों की नकदी, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और अन्य कीमती सामान बरामद हुए थे। इसकी रिपोर्ट तत्कालीन एसएसपी देहरादून ने शासन को भेजी थी, जिसके बाद गृह विभाग ने ईडी और आयकर विभाग को विस्तृत जांच के आदेश दिए थे। लेकिन वर्षों बाद भी दोनों विभाग खामोश हैं।
मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि गृह विभाग द्वारा तीन-तीन अनुस्मारक भेजने के बावजूद भी दोनों विभाग सोए पड़े हैं। यहां तक कि अप्रैल 2023 में मोर्चा द्वारा खुद कार्रवाई का आग्रह किया गया, मगर परिणाम शून्य रहा। नेगी ने सवाल उठाया—
“क्या ईडी और आयकर विभाग सिर्फ विरोधियों को डराने और फंसाने के लिए बनाए गए हैं? क्या इन विभागों को अपने आकाओं का हुक्म नहीं मिला कि ये कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं?”

नेगी ने कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि एक ऐसा व्यक्ति, जो 20-22 साल पहले दाने-दाने को मोहताज था, आज अरबों-खरबों का साम्राज्य खड़ा कर चुका है। उसके खिलाफ 20 से अधिक मुकदमे जालसाजी, 420, कूट रचित दस्तावेजों से भूमि कब्जाने और धमकाकर संपत्ति हड़पने जैसे गंभीर अपराधों में दर्ज हैं। इसके बावजूद ईडी और आयकर विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया।

उन्होंने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा—
“ईडी वही है, जो विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाकर उनका शोषण करती है, लेकिन अपने चेहतों के मामले में इनको सांप सूंघ जाता है।”
नेगी ने घोषणा की कि जन संघर्ष मोर्चा अब इस पूरे मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा और ईडी व आयकर विभाग की निष्क्रियता का हिसाब मांगेगा।
पत्रकार वार्ता में दिलबाग सिंह और प्रवीण शर्मा पिन्नी भी मौजूद रहे।
