देहरादून, 29 जुलाई 2025 – राजधानी दून में एक बार फिर राजस्व विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। माजरा क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) राहुल देव द्वारा दो साल से एक महत्वपूर्ण फाइल को दबाकर रखने के मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही तहसील ऋषिकेश से अटैच किया गया है।
गांधी रोड निवासी रवींद्र सिंह ने 21 जुलाई को जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता नरेंद्र सिंह आदि बनाम कुंदन सिंह प्रकरण में पारित आदेश के तहत मौजा चक अजबपुर कलां में उन्हें खसरा संख्या 182 (पुराना 78/1) का पूर्ण भाग आवंटित किया गया था। इसके अनुपालन में बंदोबस्ती मानचित्र व राजस्व अभिलेखों को संशोधित कर परवाना अमलदरामद जारी किया जाना था।
यह पत्रावली दिसंबर 2023 में कानूनगो राहुल देव को सौंपी गई थी, लेकिन न तो कार्रवाई की गई और न ही कोई रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई। तहसीलदार ने कई बार निर्देश जारी किए, यहां तक कि कारण बताओ नोटिस और उपजिलाधिकारी सदर द्वारा दिसंबर 2024 में चेतावनी भी दी गई, परंतु राहुल देव ने आदेशों की अनदेखी की।
जनवरी 2025 में जिलाधिकारी की अदालत में चल रहे एक वाद में भी उनसे जांच रिपोर्ट मांगी गई थी, जो उन्होंने नहीं दी। अब नवीनतम शिकायत पर जब पूरी जानकारी जिलाधिकारी सविन बंसल तक पहुंची तो उन्होंने इसे “अक्षम्य लापरवाही” मानते हुए तत्काल कार्रवाई की।
राजस्व निरीक्षक राहुल देव को निलंबित कर दिया गया है और उनके विरुद्ध जांच हेतु उपजिलाधिकारी सदर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
राजधानी में राजस्व कर्मियों की मनमानी पर प्रशासन की यह सख्ती एक कड़ा संदेश मानी जा रही है।
