भीमावाला नावघाट स्थित शनिधाम के पीठाधीश्वर डॉक्टर विनायक बडोनी ने बताया
शनि महाराज की भक्ति मोक्षदायिनी है. कुछ जड़ बुद्धि के अल्पज्ञों ने एक भ्राँन्त धारणा का सूत्रपात किया हुआ है कि शनि भयंकर हैं, नष्ट कर देंगें, किन्तु ऐसा रंचमात्र भी नही है, शनि सर्व कल्याणकारी हैं। वे अपार संपदा के स्वामी हैं। समर्पित भाव से उपासना करने वालों पर सदा सदा के लिए प्रसन्न हो जाते हैं ।
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शनि मंदिरों व शिलाओं का निर्माण आज प्रसन्नता का विषय है, शनि भक्ति मार्ग का अनुसरण उल्लास का विषय है, लेकिन भक्तों से आग्रह है कि शनि शिला व मूर्ति की स्थापना करते समय देश काल व परिस्थिति की अवहेलना न करें। मूर्ति स्थापत्य कला का पूर्ण ध्यान रखें। वास्तु, भूमि व स्थापत्य के नियमों के अनुसार ही स्थापना शुभफलदायक होती है। उन्होंने बताया कि 4 जनवरी को शनि धाम में पाताल पूजन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी भक्त आमंत्रित हैं। जय शनिदेव। नीलाँजनँ समभाषँ रविपुत्रम यमाग्रजम छायामार्तंड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरं.