विकासनगर। डुमेट स्थित साधना केंद्र आश्रम के पीठाधीश्वर श्री चंद्र स्वामी महाराज उदासीन बीती शनिवार रात ब्रह्मलीन हो गए। वे 94 वर्ष के थे। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनकी अंत्येष्टि रविवार को दोपहर 2:30 बजे विशेष पूजा अनुष्ठान के साथ डुमेट स्थित आश्रम के पास यमुना नदी के तट पर की गई। उनकी चिता को उनके शिष्य तथा आश्रम के प्रभारी स्वामी प्रेम विवेकानंद ने मुखाग्नि दी। स्वामी जी के ब्रह्मलीन होने की खबर मिलते ही उनके अनुयायियों में शोक का माहौल व्याप्त हो गया। अंतिम संस्कार में उनके शिष्य स्वामी रामदेव तथा आचार्य बालकृष्ण भी पहुंचे। आश्रम पहुंचकर दोनों ने अंतिम दर्शन कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। वे अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए। अंतिम संस्कार के लिए विशेष तौर पर आचार्य गुरुकुलम तथा गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के आचार्य पहुंचे। जिन्होंने अंतिम संस्कार के दौरान मंत्रोच्चारण किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध उद्योगपति तथा स्वामी जी की शिष्य स्वीटी बजाज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक शैलेंद्र कुमार, करण कुमार, सूर्यपाल सिंह तोमर, विजयपाल सिंह भंडारी आदि मौजूद रहे।
पीठाधीश्वर चंद्र स्वामी महाराज उदासीन ब्रह्मलीन
