छात्रों के सपनों को पंख लगा रहे प्राध्यापक सतीश नौटियाल

छात्र संख्या 30 से 84 पहुंचाई

वर्ष 2003 में जनपद रुद्रप्रयाग के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुवांरी से की शिक्षण कार्य की शुरुआत

देहरादून। यदि मन में कुछ करने की दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है शिक्षक सतीश नौटियाल ने। उन्होंने अपने प्रयासों से छात्र संख्या 30 से बढ़ाकर 84 पहुंचा दी। इस सत्र में उन्होंने छात्र संख्या को बढ़ा कर 100 पार करने का लक्ष्य रखा है। सुनील नौटियाल ने सरकारी सेवा की वर्ष 2003 में जनपद रुद्रप्रयाग के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुवांरी से शुरूआत की।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय गडमिल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोलूभन्नू में सेवायें देते हुए राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय दुर्गाधार में पदोन्नत हुए। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन के ब्लाॅक व जनपदीय पदों का भी निर्वहन किया। वर्ष 2020 में पारिवारिक परिस्थितियों के कारण जनपद देहरादून के मसूरी बार्लोगंज में स्थानांतरित होकर आए। वर्तमान राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय आराघर में प्राध्यापक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं, तब इस विद्यालय में आया तो विद्यालय में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास था। जिससे छात्र संख्या पूरी थी, परंतु विद्यालय को कोई जानता भी नहीं था।

सब छात्रावास को ही जानते थे। छात्र किसी भी प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं करते थे। उन्होंने अपने प्रयासों से पहले ही वर्ष दो छात्रों को राज्य स्तरीय खेलों में प्रतिभाग कराया। दो छात्र इंस्पायर अवार्ड के लि चयनित हुए। फिर सतीश नौटियाल को प्रधानाध्यापक पद का दायित्व मिला। नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास कौलागढ़ भेज दिया गया और विद्यालय की छात्र संख्या 30 से कम हो गयी, परन्तु विद्यालय में किये गये कार्यों के परिणाम स्वरुप विद्यालय की छात्र संख्या 84 तक पहुंच गयी है, जिसे इस सत्र में 100 पार करने का लक्ष्य रखा गया है।

विद्यालय की उपलब्धियां

विगत तीन वर्षों से प्रति वर्ष छात्र राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे हैं। अब तक पांच छात्र प्रतिभाग कर चुके हैं। प्रति वर्ष छात्र इंस्पायर अवार्ड में चुने जा रहे हैं। सत्र 2022 -24 से सात बच्चे चयनित हुए हैं। स्टैम अवार्ड में पांच बच्चे चयनित हुए हैं। इस वर्ष पांच बच्चों के प्रोजेक्ट SCERT में भेजे गये हैं।
मुख्यमंत्री उद्दीयमान खिलाडी में तीन बच्चें चयनित हुए। मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना में दस छात्र चयनित हुए। सपनों की उडान में हर वर्ष विद्यालय के बच्चें जनपद में प्रतिभाग कर पुरस्कार प्राप्त करते हैं।

विद्यालय द्वारा राज्य स्तरीय बाल चौपाल में विद्यालय का स्टॉल लगाकर अपने प्रोजेक्टों का प्रदर्शन किया जाता है। विद्यालय में प्रतिवर्ष प्रवेशोत्सव , वार्षिकोत्सव , बाल शोध मेला व राष्ट्रीय पर्वों के साथ सांस्कृतिक पर्वों को भी मनाता रहता है। जिसमें सामुदायिक सहभागिता बढ़चढ़ कर होता है।