आर्य समाज मंदिर विकासनगर में शारदीय नवसस्येष्टि (दीपावली) पर्व पर विशेष यज्ञ का आयोजन
विकासनगर। (उत्तराखंड बोल रहा है)आर्य समाज मंदिर विकासनगर में दीपावली के पावन अवसर पर “हृदय से अज्ञान को दूर कर शाश्वत प्रकाश को प्रज्वलित करें” संदेश के साथ विशेष वैदिक यज्ञ का आयोजन किया गया।
वैदिक परंपरा में दीपावली का वास्तविक नाम शारदीय नवसस्येष्टि पर्व है — जब शरद् ऋतु की नवीन फसल का अन्न घर में आता है और रबी की फसल की बुवाई आरंभ होती है। इसी अवसर पर भारतीय संस्कृति में अन्न का यज्ञ में आहुत कर परमात्मा को अर्पित करने की परंपरा रही है।

कार्यक्रम में बताया गया कि यह पर्व केवल दीप जलाने या मिठाई बांटने का नहीं, बल्कि अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है।
आचार्यों ने कहा कि दीपावली का असली उत्सव आत्मा के भीतर का प्रकाश जगाने में है — जब मनुष्य अपने भीतर के अंधकार, यानी क्रोध, लोभ, मोह, मद और ईर्ष्या को दूर करके सत्य, करुणा और धर्म के मार्ग पर अग्रसर होता है।
सामूहिक यज्ञ में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। यज्ञ के माध्यम से सभी ने पर्यावरण शुद्धि, मानसिक शांति और समाज में सद्भाव का संदेश दिया। उपस्थित विद्वानों ने कहा कि देशी गाय के घृत, नव-अन्न और औषधीय हवन सामग्री से किया गया यज्ञ केवल धार्मिक नहीं, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी पर्यावरण के लिए अमृत समान है।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने पटाखों, मादक पदार्थों और जुए जैसी बुराइयों से दूर रहने की प्रेरणा दी और कहा कि यही सच्चे अर्थों में दीपावली का उत्सव है — जब हम स्वयं को और समाज को पवित्र बनाते हैं।
इस अवसर पर महर्षि दयानंद सरस्वती के निर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। उपस्थित जनों ने उनके वेदज्ञान और समाज सुधार के योगदान को नमन करते हुए कहा कि महर्षि का जीवन हमें सत्य और आत्मबल की राह दिखाता है।
यजुर्वेद के मंत्र (15/7) के भाव को दोहराते हुए बताया गया —
“हे मनुष्य, धन का विस्तार धर्म से करो, ज्ञान का विस्तार वेदश्रवण से करो, औषधियों का विस्तार वनस्पतियों से करो, शरीर का विस्तार उत्तम आचरण से करो और इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर अपने जीवन को आलोकित करो।”
कार्यक्रम में उपस्थित रहे —
आर्य उप प्रतिनिधि सभा देहरादून की जिला प्रधान श्रीमती सोनिका वालिया,
पं. चंदन शास्त्री, नरेंद्र वर्मा, विवेक कुमार, आयुष्मान, हरीकिशोर महेंद्र, सतेंद्र सैनी, परवीन अग्रवाल, प्रवेश गुप्ता, जितेंद्र कौशिक, तजेंद्र धीमान, रमण ढंग, बृजपाल पवार, विजय वर्मा, पुष्पा चुग, कविता, अस्मिता, अय्यांश आदि।
अंत में आर्य समाज परिवार ने नगरवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए संदेश दिया —
“दीप केवल घरों में नहीं, हृदयों में जलाओ — यही सच्ची दीपावली है।”
