राजधानी की ग्रामीण महिलाएं बनी आत्मनिर्भरता की मिसाल,

राजधानी की ग्रामीण महिलाएं बनी आत्मनिर्भरता की मिसाल,

दिवाली पर तैयार की 1 लाख से अधिक एलईडी लाइट

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना से जुड़ीं 300 महिलाएं, वोकल फॉर लोकल को दे रहीं नई उड़ान

देहरादून, 09 अक्टूबर  (उत्तराखंड बोल रहा है)
राजधानी देहरादून की रायपुर ब्लॉक की ग्रामीण महिलाएं इस दीपावली पर आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना से जुड़ी 300 महिलाओं ने मिलकर 1 लाख से अधिक एलईडी लाइट पैकेट तैयार किए हैं। ये महिलाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “वोकल फॉर लोकल” अभियान को धरातल पर साकार कर रही हैं।

त्योहार सीजन को देखते हुए इन महिलाओं ने घरों की सजावट में उपयोग होने वाली एलईडी लड़ी खुद तैयार कर बाजार में बेचना शुरू कर दिया है। प्रत्येक पैकेट में 12 फीट की 10 लडि़यां शामिल हैं, जिनकी पैकेजिंग भी महिलाएं स्वयं कर रही हैं। हर पैकेट का बाजार मूल्य ₹1000 से ₹1200 तक है, जिससे प्रत्येक महिला ₹100 से ₹150 तक की आय अर्जित कर रही है।

महिलाओं ने कुल 1 लाख 20 हजार एलईडी लाइट पैकेट बनाने का लक्ष्य रखा था, जिनमें से अब तक अधिकांश तैयार कर बाजार में बेचे जा चुके हैं। यह पहल न केवल आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है, बल्कि चाइनीज उत्पादों के विकल्प के रूप में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का संदेश भी दे रही है।

एनआरएलएम के सहयोग से थानो न्याय पंचायत की महिलाओं को इस प्रोजेक्ट के लिए 6 प्रतिशत ब्याज दर पर ₹12 लाख का कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड (CIF) और बिना ब्याज ₹5 लाख का कोऑपरेटिव लोन प्रदान किया गया। इससे महिलाएं कच्चा माल खरीदने और उत्पादन बढ़ाने में सक्षम हुईं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर ग्रामीण महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार का यह कदम कारगर सिद्ध हो रहा है। मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना ने न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि उन्हें “मेक इन इंडिया” के साथ “मेड बाय वुमेन” की पहचान भी दिलाई है।

दिव्य ज्योति स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष ममता कोठियाल ने बताया,

“मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना हमारे लिए वरदान साबित हुई है। हमें एनआरएलएम से एलईडी लाइट बनाने का लक्ष्य मिला था, जिसे हमने पूरा कर लिया है। अब हम अपने उत्पाद बाजार में उचित दाम पर बेचकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।”

मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने बताया कि रायपुर ब्लॉक के वाइब्रेंट ग्रोथ सेंटर में महिलाओं द्वारा बनाई गई एलईडी लाइटों की बिक्री हेतु शहर के विभिन्न स्थानों पर स्टॉल लगाए जा रहे हैं, ताकि इन समूहों को बेहतर बाजार मिल सके और वे आत्मनिर्भरता की दिशा में और आगे बढ़ सकें।