शरद पूर्णिमा पर भजन संध्या का आयोजन
विकासनगर। शरद पूर्णिमा के उपलक्ष्य में एनफील्ड स्थित बूढ़ा महादेव मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली से आए आचार्य प्रेम नारायण ने प्रवचन और भजन की प्रस्तुति दी।
भजनों के माध्यम से उन्होंने सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया। सोहन दास ने भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि मनुष्य जीवन में ही भक्त प्राप्ति संभव है। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए ब्रह्मचारी महेश स्वरूप ने शरद पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस दिन चंद्रमा 16 कलाओं से निपुण होता है। चंद्रमा की किरणें जब खीर पर पड़ती है, तो वह अमृत बन जाती है।
जिससे कई प्रकार की व्याधियों का समन होता है। उन्होंने लोगों से प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में सहयोग का आह्वान भी किया। उन्होंने श्रीविद्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह है मानसिक उपचार की एक प्राचीन विद्या है। श्री विद्या धन-धान्य और समृद्धि देने वाली है। सनातन धर्म के लिए आज इस विद्या के संरक्षण और संवर्धन की जरूरत है। भजन संध्या में साक्षी तिवारी और यश तोमर ने भजनों की प्रस्तुति देकर सभी का मनमोहन लिया।
रात्रि 12:00 बजे भक्तों को खीर का प्रसाद वितरण किया गया। बृहस्पतिवार को कन्या पूजन के साथ ही भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर चरण दास आदि मौजूद रहे।