विरोध में महासंघ की बड़े आंदोलन की तैयारी
देहरादून। राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ की बैठक गांधी रोड परिषद कार्यलय में दिनेश गुसांई की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नियमितीकरण में हो रही देरी व सार्वजनिक निगमों के निजीकरण (मालदारी) व्यवस्था को लागू करने पर आक्रोश व्यक्त किया गया करते हुए महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश पंत ने कहा कि दैनिक वेतन कार्मिकों के नियमितीकरण हेतु एक वर्ष पूर्ण होने के पश्चात शासन द्वारा आदेश निर्गत नहीं किए गए हैं। आश्वसन के बाबजूद कार्यवाही ठन्डे बस्ते में डाली गयी है। बैठक में वन निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष टी एस बिष्ट द्वारा वन विकास निगम में आऊटसोर्स पर हो रहे कार्यों को निजी (मालदारों) को दिये जाने पर प्रबन्धन द्वारा किये गये आदेशों पर चिन्ता व्यक्त हुये कहा गया वन निगम प्रबन्धन द्वारा किये गये आदेशो से 800 आउटसोर्स पर कार्य करने वाले कार्मिकों की रोजी रोटी खतरे में आ गयी है।
बैठक विजय खाली द्वारा पेयजल निगम में पेयजल सम्बन्धी कार्यों को बाहरी एजेंसियां को दिये जाने की बात रखी गयी। प्रान्तीय कार्यकारणी सचिव श्याम सिंह नेगी द्वारा कहा गया कि परिवहन निगम में राष्ट्रीय राजमार्गों पर निजी संचालकों को दिया जाना , वन विकास निगम में मालदारी व्यवस्था ,पेयजल योजनाओं के दूसरी संस्थाओं को दिया जाना, निजीकरण किये जाने के संकेत हैं। जिसका विरोध किया जाना चाहिये। महासंंघ जिसके लिये बड़े आन्दोलन को तैयार हैं।
बैठक में तय किया गया
1- विधान सभा सत्र के दौरान दिनांक-19-2-25 को विधायक निवास गेट पर थाली बजाकर माननीय विधायकों को जगाते हुये ज्ञापन दिये जायेगें। जिसमें समस्याओं को रखा जायेगा।
2- दिनांक 20-2-25 मंत्री निवास के गेट यमुना कालोनी में ज्ञापन दिये जायेंगे ।
3- महासंघ के प्रान्तीय कार्यकारणी के चुनाव दिनांक 9-3-25 को गांधी रोड परिषद कार्यलय में संपन्न करायें जायेगें ।
बैठक में दिनेश पन्त दिनेश गौसाई ,श्याम सिंह नेगी, बी एस रावत बिजया खाली , मनमोहन चौधरी, मेजपाल, शिशुपाल रावत, दिनेश सती, अरविन्द नेगी टी एस बिष्ट, दिवाकर शाही, जीबा नन्द, संदीप मल्होत्रा, बृजमोहन जुयाल ,राकेश पेटवाल बी एस रावत अनिव भट्ट, मुकेश नैथानी,आदि उपस्थित रहे।