बिगड़ैल बेटों से परेशान विधवा मां को जिलाधिकारी ने दी राहत,
गुंडा एक्ट में दोनों बेटों पर कार्रवाई
देहरादून, 25 अगस्त (उत्तराखंड बोल रहा है।) देहरादून में एक दर्दनाक मामला सामने आया, जहां एक असहाय विधवा महिला विजयलक्ष्मी पंवार को अपने ही दो बिगड़े हुए बेटों से जान का खतरा था। दोनों नशे के आदी बेटे अपनी मां के साथ आए दिन मारपीट करते, पैसों की मांग करते और जान से मारने की धमकी देते थे।
महिला की पीड़ा सुनते ही जिलाधिकारी सविन बंसल ने त्वरित संज्ञान लिया और पहली बार थाना रिपोर्ट, वकील और लंबी कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार कर सीधे गुंडा एक्ट 1970 के तहत कार्यवाही शुरू की।
डीएम की सख्त कार्रवाई
22 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची महिला ने अपनी व्यथा सुनाई। डीएम ने उसी दिन गोपनीय जांच करवाई, जिसमें स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने भी पुष्टि की कि बेटों द्वारा मां के साथ अत्याचार किए जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने महज दो घंटे में दोनों बेटों शुभम पंवार व ______ पंवार (दूसरे पुत्र का नाम) के खिलाफ गुंडा एक्ट में केस दर्ज कर नोटिस जारी कर दिया।
26 अगस्त को होगी सुनवाई
दोनों बेटों को नोटिस तामील करते हुए आदेश दिया गया है कि वे 26 अगस्त को डीएम कोर्ट में हाजिर हों। यदि वे उपस्थित नहीं होते हैं, तो फास्ट ट्रैक प्रकरण बनाते हुए जिला बदर की कार्यवाही की जा सकती है।
असहाय महिला की सुरक्षा सर्वोपरि
डीएम ने स्पष्ट किया कि असहाय महिला की सुरक्षा सर्वोपरि है। कानूनी जटिल प्रक्रिया को दरकिनार कर तेजी से कार्यवाही करना ही न्याय था। जिला प्रशासन का यह कदम भरण-पोषण, प्रताड़ना और शोषण जैसे मामलों में फास्ट ट्रैक न्याय की नई मिसाल बना रहा है।