खंडहर में तब्दील होती आईटीआई बिल्डिंग को बचाकर ही दम लेगा मोर्चा – नेगी
विकासनगर। (उत्तराखंड बोल रहा है) जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि ग्राम ढकरानी में करीब 8 वर्ष पूर्व 5 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित राजकीय महिला आईटीआई भवन विभागीय लापरवाही और नेताओं की उदासीनता के कारण खंडहर में तब्दील होने की कगार पर है।

नेगी ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि यह भवन वर्ष 2017 में हस्तगत हो चुका था, लेकिन आज तक अपने मूल उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाया। वर्ष 2020 में उक्त महिला आईटीआई को विकासनगर आईटीआई में विलय कर दिया गया, जिसके बाद यह भवन शोपीस बनकर रह गया।
उन्होंने बताया कि मोर्चा के निरंतर प्रयासों से दिसंबर 2024 में मुख्य सचिव और जुलाई 2025 में सचिव, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण द्वारा भवन को संचालित करने हेतु अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। शासन स्तर से यह आश्वासन भी मिला है कि शीघ्र ही इस भवन में रोजगारपरक व अत्याधुनिक कोर्सेज शुरू किए जाएंगे, जिससे बेरोजगारों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
नेगी ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “एक ओर सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर ठेकेदारनुमा नेता कमीशनखोरी कर योजनाओं को पलीता लगाने में लगे हैं। यही वजह है कि करोड़ों रुपए का यह भवन आज खंडहर बनने के इंतजार में है।”

उन्होंने दोहराया कि जब तक इस भवन को संचालित कर महिलाओं और बेरोजगारों को इसका लाभ नहीं मिलेगा, तब तक मोर्चा पीछे हटने वाला नहीं है।
पत्रकार वार्ता में मोहम्मद असद एवं प्रवीण शर्मा पिन्नी भी मौजूद रहे।
