उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hatras) में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मामले की जांच के बाद सामने आया है कि सत्संग के समापन के बाद भीड़ भोले बाबा के पास पहुंचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उनके सेवादार और निजी सुरक्षाकर्मियों (ब्लैक कमांडो) ने खुद ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी। इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ मच गई।
तहसील प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार सत्संग में दो लाख से अधिक की भीड़ मौजूद थी। भोले बाबा लगभग दोपहर 12.30 बजे पंडाल में पहुंचे और उनका कार्यक्रम 1 घंटे तक चला। इसी बीच, 1.40 बजे भोले बाबा पंडाल से निकले, तभी श्रद्धालु उनके चरण की धूल छूने के लिए आगे बढ़े। लोग डिवाइडर से कूद-कूद कर बाबा के वाहन की और दौड़ने लगे। लेकिन बाबा के निजी गार्ड्स और सेवादारों ने खुद ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी। इसके बाद कुछ लोग नीचे गिर गए। फिर लोग एक-दूसरे को कुचलने लगे।
एसडीएम की रिपोर्ट के मुताबिक,कई श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल के सामने खेत की ओर भागे, लेकिन खेत बलुई थी। इस वजह से कई श्रद्धालु फिसलकर गिर गए। फिर लोग एक-दूसरे के ऊपर पैर रखते हुए भागे। जो नीचे गिरा, वह उठ नहीं पाया। इसके बाद कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने घायलों को एम्बुलेंस से अस्पतालों में भर्ती करवाया। इनमें से कुछ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र सिराऊ में भर्ती करावाया गया, वहीं कुछ को एटा और अलीगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया।