“हमें घर जाना है, अभी और इसी वक़्त!”

आतंकी हमले के बाद दहशत में पर्यटक

पहलगाम की शांत वादियों में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मंगलवार को हुए आतंकी हमले (#TerrorAttack) ने जन्नत को खौफ में बदल दिया। गोलियों की आवाज़, चीख-पुकार और भगदड़ के बीच कई बेगुनाह जख्मी हुए, तो कुछ की ज़िंदगी छिन गई। इस हादसे के बाद से वहाँ मौज़ूद पर्यटक (#Tourist) सहमे हुए हैं और बस एक ही बात दोहरा रहे हैं—“हमें अपने घर लौटना है, जितना जल्दी हो सके!”

झारखंड (#Jharkhand) से आए एक पर्यटक ने बस में बैठते हुए कहा, “हमारी टिकट कल की थी, लेकिन अब आज ही निकल रहे हैं। बहुत डर लग रहा है, पूरा परिवार (#Family) साथ है, बस सुरक्षित घर लौटना चाहते हैं।”

दिल्ली (#Delhi) के पर्यटक समीर भारद्वाज (#SameerBhardwaj) जो पिछले तीन दिन से कश्मीर की सैर पर थे, ने बताया, “हम पहलगाम जाने वाले थे, लेकिन अब हालात सही नहीं हैं। इसलिए दिल्ली वापस जा रहे हैं। जो हुआ वो बहुत ही दुखद है। पहलगाम में ऐसा पहली बार देखा है।”

नागपुर (#Nagpur) से आए एक जोड़े ने बताया कि जब यह घटना हुई, वे ठीक उसी जगह से निकले थे। महिला ने कहा, “हमने गोलियों की आवाज़ सुनी, लोग इधर-उधर भाग रहे थे। हम पीछे मुड़े तक नहीं, बस भागते रहे।”

राजा रानी ट्रैवल्स (#RajaRaniTravels) के अध्यक्ष अभिजीत पाटिल (#AbhijitPatil) ने कहा, “हम 72 साल से टूरिज्म में हैं, लेकिन पर्यटकों पर ऐसा हमला कभी नहीं देखा। कश्मीर घाटी के लोगों ने पर्यटकों का पूरा साथ दिया है। होटल मालिक भी मदद के लिए तैयार हैं। इस हमले का असर कितना होगा, ये कुछ दिन में साफ़ होगा।”

आज गृह मंत्री अमित शाह (#AmitShah) ने शोक संतप्त परिवारों (#Families) से मुलाकात की, जहाँ हर चेहरा ग़म और आंसुओं से भरा था।

इसके बाद वे सीधे बैसरन (#Baisaran) पहुँचे—वही जगह जहां मंगलवार को हुए हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।

यह हमला अनुच्छेद 370 (#Article370) हटने के बाद अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।

इस घटना के विरोध में आज राजनीतिक दल (#PoliticalParties) और व्यापारी संगठन (#TradersUnion) ने मिलकर कश्मीर घाटी में पूर्ण बंद (#Shutdown) का आह्वान किया है।