देहरादून की धड़कन ‘घंटाघर’ अब भव्य स्वरूप में — जिला प्रशासन ने सीएम के विज़न को दिया ज़मीन पर रूप
देहरादून, 01 जुलाई 2025।
शहर की पहचान और ऐतिहासिक स्थल ‘घंटाघर’ अब नई भव्यता के साथ लोगों के सामने आ रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के विज़न और प्रेरणा से जिला प्रशासन ने घंटाघर चौक को न केवल सौंदर्य प्रदान किया, बल्कि इसे स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी विकसित किया है।
इस पूरे कार्य की कमान संभाली है जिलाधिकारी सविन बंसल ने, जिन्होंने पदभार ग्रहण करने के दूसरे महीने में ही डिज़ाइन, सर्वे और कॉन्सेप्ट तैयार कर सौंदर्यीकरण कार्यों की नींव रख दी थी। डीएम की लगातार मॉनिटरिंग और धनराशि जुटाने की लगन से घंटाघर अब देहरादून की शान बनकर उभरा है।
भव्यता और पारंपरिकता का संगम
घंटाघर के सौंदर्यीकरण में पारंपरिक गढ़वाली शैली का विशेष ध्यान रखा गया है, जिससे यह स्थल न सिर्फ शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी उत्तराखंड की लोक-संस्कृति और धरोहर का परिचायक होगा।
यह पहल सिर्फ सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यातायात को सुगम बनाने की दिशा में भी कारगर साबित होगी। चौक-चौराहों का सुंदरीकरण और आधुनिक व्यवस्थाएं शहर की यातायात समस्याओं को भी काफी हद तक हल करेंगी।
स्मार्ट सिटी बजट का सार्थक उपयोग
डीएम सविन बंसल ने स्मार्ट सिटी परियोजना की प्रस्तावित राशि का रणनीतिक उपयोग करते हुए घंटाघर सहित अन्य प्रमुख चौराहों के कायाकल्प का काम शुरू कराया। उन्होंने न सिर्फ निर्माण कार्यों की गति तेज की, बल्कि भविष्य में इन स्थलों के रखरखाव की भी समुचित योजना तैयार की है।
जनमानस के प्रति समर्पण
जिला प्रशासन की नई कार्यशैली स्पष्ट रूप से जनहित को केंद्र में रखती है। तेजी से निर्णय, समयबद्ध क्रियान्वयन और पारदर्शी कार्यप्रणाली प्रशासन की नई पहचान बन गई है। घंटाघर का यह कायाकल्प इस बदली हुई सोच और संकल्प का प्रत्यक्ष प्रमाण है।