राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ मतदान करने वाले हिमाचल प्रदेश में पार्टी के छह विधायक तीन निर्दलीय विधायकों के साथ उत्तराखंड पहुंचे और उन्हें एक होटल में ठहराया गया है. इस बीच, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधायकों पर पलटवार करते हुए इसे भाजपा की ‘‘साजिश’’ करार दिया. बागी विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के दो विधायक विक्रम ठाकुर और त्रिलोक जमवाल भी मौजूद हैं. ये सभी विधायक शुक्रवार देर रात एक चार्टर्ड उड़ान से हरियाणा के पंचकुला से ऋषिकेश पहुंचे और होटल ताज में ठहरे।
कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, देविंदर कुमार भुट्टू, रवींद्र ठाकुर और चैतन्य शर्मा को राज्य के बजट पर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है. बागी विधायकों ने मामले में राहत के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ-साथ तीन निर्दलीय विधायक – होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा भी हैं. होटल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां पहले से बुकिंग कराने वाले व्यक्तियों के अलावा अन्य को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है. कांग्रेस हिमाचल में स्थिति को संभालने में जुटी है और राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बातचीत की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वर्तमान में कांग्रेस के 34 और भाजपा के 25 विधायक हैं. तीन निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था. वहीं, विधायकों के हरियाणा से उत्तराखंड जाने पर सुक्खू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आरोप लगाया कि विधायकों को इस तरह एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है, जैसे चरवाहा भेड़ों को हांकता है. मंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सुक्खू ने कहा कि भाजपा उन छह अयोग्य कांग्रेस विधायकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेज रही है, जिन्होंने पार्टी को धोखा दिया है. उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।