आप उत्तराखण्ड (Uttarakhand) की चारधाम यात्रा (CharDhamYatra) पर जाने की सोच रहे हैं और ट्रेवल एजेंसी के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है तो इसकी पक्का जांच कर लें कि एजेंसी ने जो आपको रजिस्ट्रेशन करवा के दिया है वो असली है या फिर नकली।
जी हां, उत्तराखण्ड में इन दिनों दर्शन के लिए आने वाले यात्री ठगी का शिकार हो रहे हैं। चारधाम यात्रा मार्ग पर रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान अब तक ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से दो ऋषिकेश, जबकि एक फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला मनेरी, उत्तरकाशी में सामने आया है।
तीर्थ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान देहरादून पुलिस ने बुधवार को झारखंड और अन्य राज्यों के 6 सदस्यीय तीर्थयात्रियों के दल से ऑनलाइन फर्जी रजिस्ट्रेशन पकड़ा है। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच के दौरान ऑनलाइन पंजीकरण फर्जी मिला था। रजिस्ट्रेशन में तारीख फर्जी थी।
झारखंड के बोकारो से तीर्थ यात्रियों के दल की प्रिया कुमारी सिंह ने पूछताछ में बताया कि उनका रजिस्ट्रेशन नोएडा स्थित ट्रैवल एजेंसी एक्सप्लोर ने किया था, जिसके लिए उन्होंने एजेंसी को 65,000 रुपये दिए थे। बताया कि यात्रा रजिस्ट्रेशन की तारीख 22 मई से 25 मई के बीच थी और रजिस्ट्रेशेन की एक कॉपी उन्हें व्हाट्सएप में भी भेजी गई थी।
पुलिस ने दर्ज किया गया मुकदमा
एसएसपी ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्रेशन देने पर ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
ऋषिकेश में भी फर्जी मिला था रजिस्ट्रेशन
देहरादून पुलिस ने मंगलवार को ऋषिकेश में चेकिंग के दौरान चारधाम यात्रा के लिए हैदराबाद से आए 11 सदस्यीय समूह का पंजीकरण फर्जी पाया। दल से पूछताछ में इस बात खुलासा हुआ कि दिल्ली स्थित ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बताया कि हैदराबाद के 11 सदस्यीय दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से छेड़छाड़ की गई थी। जांच में यह बात सामने आई कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के निवासी मुकावली साई को दिल्ली स्थित ट्रैवल एजेंसी लीजेंड इंडिया हॉलीडेज, जनकपुरी से पैकेज खरीदा था, जिसके लिए उन्हेंने 2.33 लाख रुपये दिए थे। जबकि, जांच चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन तारीख से छेड़छाड़ की गई थी।
उत्तरकाशी में भी दर्ज हुआ मुकदमा
इससे पहले 16 मई को उत्तरकाशी पुलिस ने चारधाम यात्रा के लिए फर्जी रजिस्ट्रेशन के लिए दो टूर ऑपरेटरों पर केस भी दर्ज किया था। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अर्पण यदुवंशी ने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जांच के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। दोनों बसों में 88 तीर्थयात्री यात्रा कर रहे थे।