मुख्यमंत्री की बड़ी कार्रवाई: अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, शासकीय कार्यों में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त
देहरादून, 12 जून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में बुलाई उच्च स्तरीय शासकीय बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में चेताया कि जनहित के कार्यों में देरी, लापरवाही और ढिलाई किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और “काम का प्रदर्शन ही अब मूल्यांकन का आधार बनेगा।”
प्रशासनिक अमले को मिला स्पष्ट संदेश: समयबद्ध, पारदर्शी और जवाबदेह कार्यशैली अपनाएं अधिकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन फ़ाइलों से निकलकर ज़मीन पर दिखना चाहिए। अधिकारी योजनाओं की समीक्षा सप्ताहवार रिपोर्टिंग के साथ करें, और समयसीमा के भीतर गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण करें। विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पेयजल योजनाओं पर तेज़ और ठोस प्रगति सुनिश्चित की जाए।
जनता से संवाद और समाधान की संस्कृति को अपनाने पर बल
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों से कहा कि वे जनता की शिकायतों को प्राथमिकता से सुनें और 48 घंटे के भीतर समाधान सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे हर सप्ताह कम से कम एक दिन जनसुनवाई के लिए आरक्षित करें।
चारधाम यात्रा, आपदा प्रबंधन और कानून-व्यवस्था की हुई विस्तृत समीक्षा
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन, बारिश के मौसम में आपदा प्रबंधन की तैयारियों और नशे, अवैध खनन व महिला अपराधों पर सख्त नियंत्रण को लेकर पुलिस प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग से रिपोर्ट ली।
प्रमुख निर्देश इस प्रकार:
योजनाओं की ऑनलाइन ट्रैकिंग प्रणाली को मजबूत किया जाए
सीएसआर फंड का अधिकतम उपयोग कर स्कूलों और अस्पतालों में सुधार लाया जाए
बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए संचालित योजनाओं की मैदानी निगरानी की जाए
भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी भी अधिकारी/कर्मचारी पर तत्काल सख्त कार्रवाई हो
📌 “उत्तराखंड में अब काम करने वालों को सम्मान और लापरवाही करने वालों को जवाब देना होगा” — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
🗂️ – शासकीय बैठक के बाद पूरे शासन-प्रशासन में मंथन का दौर शुरू, अधिकारियों को काम के प्रति पूरी तरह सक्रिय होने के निर्देश।