#3YearsOfDhami2.0: सीएम धामी ने उपनल, संविदाकर्मियों, युवाओं के लिए खोला पिटारा

परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल

उत्तराखंड सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर राजधानी के परेड ग्राउंड में एक भव्य जनसभा और रोड शो का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर जनता को संबोधित किया और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को चेक एवं अटल आवास योजना के तहत चाबियां वितरित कीं।

मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर ‘सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष’ विकास पुस्तिका और ‘देवभूमि रजत उत्सव – संकल्प से सिद्धि’ कैलेंडर का विमोचन किया। साथ ही, युवाओं के लिए कंटेंट क्रिएटर कंपटीशन का डिजिटल शुभारंभ भी किया गया।

तीन बड़ी घोषणाएं:

1️⃣ छात्रों और युवाओं को आर्थिक सहायता: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों और स्नातक युवाओं को राज्य सरकार आर्थिक मदद देगी। रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।


2️⃣ उपनल एवं संविदाकर्मियों के लिए ठोस नीति: शीघ्र ही उनके नियमितीकरण के लिए नई नीति बनाई जाएगी।


3️⃣ स्थानीय ठेकेदारों को प्राथमिकता: 10 करोड़ रुपये तक के सरकारी कार्य प्रदेश के ठेकेदारों को ही दिए जाएंगे।

सीएम धामी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य सरकार ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए, जिनकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। उन्होंने संकल्प दोहराया कि उत्तराखंड की विकास यात्रा इसी गति से आगे बढ़ती रहेगी।

मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में शहीद दिवस के अवसर पर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को नमन किया और कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में समर्पित भाव से राज्य के विकास में जुटी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, भू-कानून और धर्मांतरण विरोधी कानून पूरे देश में एक रोल मॉडल बन चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी आई है, और राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 13.59% बढ़ा है। उन्होंने जी-20 बैठकों, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन की चर्चा करते हुए राज्य के विकास को गति देने की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस भव्य आयोजन में विधायकों, मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और बड़ी संख्या में जनता की भागीदारी रही। विभिन्न जिलों और ब्लॉक स्तर पर भी इस अवसर को सजीव प्रसारण और स्थानीय कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया गया, जिससे पूरे उत्तराखंड में उत्सव का माहौल बना रहा।