प्रोजेक्ट “उत्कर्ष” से संवर रहे सरकारी स्कूल: डीएम सविन बंसल की पहल से शिक्षा को मिला नया स्वरूप

प्रोजेक्ट “उत्कर्ष” से संवर रहे सरकारी स्कूल: डीएम सविन बंसल की पहल से शिक्षा को मिला नया स्वरूप

देहरादून, 11 जून।
देहरादून जिले के सरकारी स्कूल अब केवल भवन नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और नवाचार के केंद्र बन रहे हैं। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में चलाए जा रहे “प्रोजेक्ट उत्कर्ष” ने सरकारी स्कूलों के कायाकल्प की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाया है। महज़ नामकरण और प्रचार भर नहीं, बल्कि ठोस धरातल पर कार्य करते हुए यह प्रोजेक्ट अब जिले के बच्चों को निजी स्कूलों के समकक्ष खड़ा करने को प्रतिबद्ध है।

884 एलईडी टीवी, डिजिटल शिक्षा की ओर बड़ा कदम

प्रोजेक्ट के तहत जिले के 168 सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में 884 बड़े एलईडी टीवी लगाने के आदेश जारी हो चुके हैं। आज ही जैम पोर्टल पर बिड अपलोड कर क्रय आदेश भी दे दिया गया है। इन टीवी स्क्रीन से डिजिटल कक्षा की सुविधा मिलेगी जिससे बच्चे ऑडियो-विजुअल माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

₹6 करोड़ की जुटाई गई निधि: खनिज न्यास, सीएसआर और जिला योजना का मिला सहयोग

डीएम बंसल ने खनिज न्यास, जिला योजना व सीएसआर फंड के माध्यम से ₹6 करोड़ का फंड जुटाकर स्कूलों के कायाकल्प की दिशा में तेज़ी से कार्य किया है। ओएनजीसी और हुडको ने भी इस प्रोजेक्ट में सहयोग करते हुए सभी स्कूलों को फर्नीचर, एलईडी लाइट, स्क्रीन जैसी मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित कर दिया है।

बदलाव की नई तस्वीर: स्मार्ट क्लास से लेकर खेल मैदान तक

हर स्कूल में अब:

वाईट बोर्ड

दो एलईडी क्लास लाइट्स

आउटडोर स्पोर्ट्स सुविधा

न्यूज़पेपर, कॉमिक्स, मैगजीन व डिक्शनरी

महापुरुषों की जीवनियाँ

स्वच्छ पानी, शौचालय, रसोईघर की मरम्मत व उन्नयन
जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।


महापुरुषों की जीवनियाँ और कौशल शिक्षा पर भी विशेष बल

डीएम ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक स्कूल में बच्चों को केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि कौशल शिक्षा और प्रेरणादायक जीवनियाँ भी पढ़ाई जाएँ। यह प्रयास बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

नैनीताल और अल्मोड़ा के बाद देहरादून में दोहराया गया मॉडल

इससे पूर्व डीएम बंसल ने नैनीताल और अल्मोड़ा में बतौर जिलाधिकारी रहते हुए सभी सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बना दिया था। देहरादून में भी उसी विज़न के तहत काम हो रहा है।

📌 “प्रोजेक्ट उत्कर्ष” अब सिर्फ शिक्षा का नहीं, आत्मनिर्भर और सक्षम समाज निर्माण का अभियान बन चुका है।
📍 – कार्यालय जिला सूचना अधिकारी, देहरादून