साहिल बिष्ट हत्याकांड: राज्यमंत्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल की हरियाणा CM से मुलाकात, हत्यारों की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग
देहरादून/चंडीगढ़, 19 अगस्त।
अंबाला में उत्तराखंड निवासी साहिल बिष्ट की निर्मम हत्या के मामले ने अंतर-राज्यीय स्तर पर हलचल मचा दी है। उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने मंगलवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की और मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग रखी।
मुलाक़ात में सेमवाल के साथ श्री सुरेश भट्ट भी मौजूद रहे। सेमवाल ने हरियाणा सरकार से हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवज़ा और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की औपचारिक मांग की। उन्होंने कहा कि साहिल बिष्ट केवल एक युवक नहीं, बल्कि प्रवासी उत्तराखंडी युवाओं के संघर्ष और परिश्रम का प्रतीक थे।
उत्तराखंड का दर्द, हरियाणा की जवाबदेही
सेमवाल ने सीएम सैनी के समक्ष स्पष्ट कहा कि—
घटना में शामिल आरोपियों की जल्द से जल्द पहचान और गिरफ्तारी हो।
पीड़ित परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता मिले।
मामले की तेज़ जाँच के लिए SIT गठित की जाए।
ट्रायल को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और पीड़ित/साक्षी सुरक्षा सुनिश्चित हो।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि उत्तराखंड व हरियाणा सरकारें मिलकर प्रवासी कामगारों के लिए हेल्पलाइन/नोडल अधिकारी नियुक्त करें, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित मदद मिल सके।
हरियाणा सरकार का रुख
सीएम सैनी ने संवेदना प्रकट करते हुए कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने जाँच एजेंसियों को तत्काल प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। अधिकारियों को CCTV फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व स्थानीय नेटवर्क के आधार पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार की चिंता
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी साहिल की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि प्रवासी युवाओं की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर सवाल है। उन्होंने अधिकारियों को हरियाणा सरकार के सतत सम्पर्क में रहने और पीड़ित परिवार को हर सम्भव सहयोग देने के निर्देश दिए।
घटना की पृष्ठभूमि
अंबाला के शहजादपुर क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों ने लूटपाट के दौरान साहिल बिष्ट पर चाकू से हमला कर दिया था। गंभीर रूप से घायल साहिल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद उत्तराखंड व हरियाणा दोनों राज्यों में गुस्सा और आक्रोश है।
क्यों अहम है यह मुद्दा
उत्तराखंड के लिए: बड़ी संख्या में युवा हरियाणा, पंजाब व NCR में रोज़गार कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य के जन-विश्वास का प्रश्न है।
हरियाणा के लिए: तेज़ और निष्पक्ष कार्रवाई राज्य की क़ानून-व्यवस्था व विश्वसनीयता को मज़बूत करेगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ प्रवासी श्रमिक बड़ी संख्या में काम करते हैं।